कटिहार न्यूज़: बाबूबरही प्रखंड स्तर पर बिजली आधारित खेतों की सिंचाई योजना छह साल बीतने के बाद भी अधूरी है. बसहा पंचायत के पंसस संजय कुमार चौधरी, उप मुखिया प्रेम यादव आदि ने संयुक्त रूप से प्रखंड व जिला प्रशासन को क्षेत्र के किसानों की माली हालत के लिए अधूरी बिजली आधारित सिंचाई योजना से रूबरू कराया है.
नदी नहर की सिंचाई सुविधा से यह क्षेत्र महरूम है. किसानों व बंटाईदार की मांग पूर्ण होती जब बिजली आधारित खेतों की सिंचाई की योजना धरातल पर उतरती. मदनडोम, जटही, बसहा, जगन्नाथपुर, पचरुखी के नवनगर आदि सुदूर ग्रामीण इलाकों में बिजली आधारित खेतों की सिंचाई नहीं हो रही है. ये वही इलाका है जहां बिजली आधारित खेतों की सिंचाई योजना छह साल पहले शुरुआत हुई. लेकिन उन इलाकों के खेतों की मेड़ पर बिजली के पोल लगे जो खेतों की मेड़ की शोभा बढ़ा रही है. सिंचाई संकट झेल रहे किसानों में त्राहिमाम मची है.
इस बात के लिए कि नदी नहर नहीं रहने पर निजी बोर्डिंग के जरिए ही खेतों की सिंचाई होगा. लेकिन संकट का रोना यह है कि छह साल बाद भी बिजली से खेतों की सिंचाई योजना धरातल पर नहीं उतरी.
जोगिया की कोसी शाखा धार में बालक डूबा
प्रखंड के भेजा थाना के जोगिया गांव में शाम कोसी की शाखा धार में एक बालक के डूबने की आशंका है. वह जोगिया गांव के ही संजय राम का पुत्र कन्हैया राम (12) है. कन्हैया चचेरे भाई के साथ नाव से जोगिया मकतब के पीछे कोसी की शाखा धार में घूमने निकला था. वह नाव से पानी में गिर गया. भेजा थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, एएसआई उमेश पांडेय तथा जोगिया निवासी ग्रामीण गोताखोर पच्चू मुखिया घटनास्थल पर पहुंचे. थानाध्यक्ष ने ग्रामीण गोताखोर की मदद से डूबे बालक की खोजबीन की.
थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि अभी तक डूबे बालक का कोई पता नहीं चल सका है.