बिहार

बिजली के पोल गटक रहे 'दारू मारे जा रहे गरीब

Admin4
22 Oct 2022 5:23 PM GMT
बिजली के पोल गटक रहे दारू मारे जा रहे गरीब
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बिहार में पूर्ण शराबबंदी अप्रैल 2016 में लागू की गयी थी. हालांकि इसके परिणाम क्या कुछ निकलकर सामने आये, यह किसी से छिपी हुई नहीं है. इन सब के बीच अब पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (RCP Singh) ने बिहार में शराबबंदी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. आरसीपी सिंह ने कहा कि शराबबंदी के समानांतर बिहार में जो व्यवस्था लागू हुई है उससे ब्लैक मनी जेनरेट हो रही है. सरकार की गलत नीति के चलते इसके गलत परिणाम निकल कर सामने आ रहे हैं.
'रंगीन पानी के सेवन करने बाहर जाते हैं लोग'
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की गलत शराब नीति के चलते बिहार को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है. ब्लैक मनी जेनरेट हो रही है. उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों पर अन्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े लोग (पैसे वाले) रंगीन पानी का सेवन करने के लिए बिहार के बाहर जाते हैं.
बिजली के पोल शराबी...
आरसीपी सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री का नाम लिये बगैर इशारे-इशारे में उनपर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा कि सरकार ने जो शारबबंदी लागू की है. उसके लिए जो कानून बनाये गये हैं. उसके गलत परिणाम लगातार सामने आ रहे हैं. शराबबंदी पटना के केवल सरकारी कार्यालयों में नजर आ रही है. बिहार भर के बिजली पोल पर मद्य निषेध बैन के संदेश लिखे हुए हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि मानों सभी बिजली के पोल ही शराबी हैं.
बिहार के कोर्ट भी परेशान
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि शराबबंदी का प्रभाव केवल बिहार के राजस्व और गरीबों को नहीं बल्कि बिहार के कोर्ट त्राहिमाम कर रहे हैं. बिहार में शराबबंदी के बाद लोग बड़ी संख्या में लोग दूसरे नशे का उपयोग कर रहे हैं. जिस वजह से कई लोगों की जान तक जा चुकी है. वहीं, प्रशांत किशोर के बारे में आरसीपी सिंह ने कहा कि उनके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता है. इसके अलावे बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे अभी घूम-घूमकर लोगों से मिल रहे हैं. जल्द ही इस बारे में वे अपना अंतिम निर्णय लेंगे.
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