नालंदा: वित्तीय वर्ष की समाप्ति हो चुकी है. मार्च में दिये गये राजस्व वसूली के लक्ष्य से भले ही कई विभाग पिछड़ गये हैं. लेकिन, बिजली विभाग ने रिकार्ड बनाया है. नालंदा सर्किल (नालंदा और नवादा जिला) को इस माह में 75 करोड़ राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया गया था.
इसके विरुद्ध 9 करोड़ यानी लक्ष्य से 45 फीसद अधिक की वसूली की गयी है. विभाग के अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार बताते हैं कि हर सेक्शन में पदाधिकारी व कर्मियों की टीम बनाकर पूरे माह बकाया बिल वसूली के लिए लगातार अभियान चलाया गया. बिजली चोरों पर नकेल कसने के लिए छापेमारी अभियान चलाया गया. सरकारी विभागों ने भी बकाया के भुगतान में काफी रुचि दिखायी. इसी का परिणाम है कि नालंदा सर्किट ने राजस्व वसूली में कमाल किया है. उन्होंने अभियान की सफलता पर एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, एसडीओ, जेई से लेकर अन्य कर्मियों को साधुवाद दिया है. साथ ही आगे भी इसी जोश और जज्बे के साथ राजस्व वसूली के लिए काम करते रहने की सलाह भी दी है. उन्होंने बताया कि नालंदा जिले के बिहारशरीफ (शहरी) डिविजन द्वारा करोड़ के विरुद्ध 12 करोड़ 61 लाख, बिहारशरीफ (ग्रामीण) द्वारा 15 करोड़ 50 लाख के विरुद्ध 19 करोड़ 68 लाख, राजगीर द्वारा 13 करोड़ की जगह 32 करोड़ 82 लाख और एकंगरसराय डिविजन द्वारा करोड़ 50 लाख के विरुद्ध 13 करोड़ 90 लाख राजस्व की वसूली गयी है. जबकि, नवादा जिले के नवादा डिविजन ने 14 करोड़ की जगह 14 करोड़ 98 लाख और रजौली ने 13 करोड़ की जगह 16 करोड़ वसूल किया है.
38 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गेहूं की उपज
बीडीओ पवन कुमार ठाकुर, सीओ सन्नी कुमार व बीएओ उमाकांत ने गड़ेरिया बिगहा में खेतों में खड़ी गेहूं की फसल कटवाकया. बीडीओ ने बताया कि क्रॉप कटिंग प्रयोग के आधार पर फसलों की औसत उपज और उत्पादन के आंकड़े तैयार किए जाते हैं. इससे उत्पादन का सटीक आकलन किया जाता है.
बीएओ ने कहा कि गड़ेरिया बिगहा के देवाश्रय प्रसाद के खेत में गुणा पांच मीटर खेत में क्रॉप कटिंग करायी गयी. इसमें 19.50 किलो फसल प्राप्त हुई. इस आधार पर लगभग 38 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गेहूं की उपज का औसत हासिल की गयी.
मौके पर कृषि समन्वयक तकी अहमद, किसान सलाहकार शिवकुमार पासवान, शंकर कुमार व अन्य मौजूद थे.