बिहार

शिक्षा राज्य के जीविका पुस्तकालय से युवाओं के सपनों को लगे पंख

Admindelhi1
14 March 2024 5:30 AM GMT
शिक्षा राज्य के जीविका पुस्तकालय से युवाओं के सपनों को लगे पंख
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पढ़ाई और मार्गदर्शन पाकर युवाओं ने कॅरियर बनाने में कामयाबी हासिल की

पटना: जीविका पुस्तकालय युवाओं के सपनों को साकार कर रहा है. राज्य के 32 जिलों के 100 प्रखंडों में खोले गए जीविका पुस्कालय से पढ़ाई और मार्गदर्शन पाकर युवाओं ने कॅरियर बनाने में कामयाबी हासिल की है. पुस्तकालय में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन पाकर युवाओं ने सफलता की कहानी गढ़ी है. पुस्तकालय में उपलब्ध शिक्षण सामग्री की मदद से युवाओं ने उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश परीक्षा में सफलता पाने के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाकर विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी हासिल की है. जीविका पुस्तकालय में पढ़ाई करने वाले युवा केबिन क्रू, अग्निवीर, बीपीएससी की ओर से आयोजित शिक्षक भर्ती और सिपाही की परीक्षा में सफल हुए हैं. गांवों में अमूमन घरों में पढ़ने का माहौल विद्यार्थियों को नहीं मिल पाता. माहौल मिल भी जाता है तो मार्गदर्शन करने वाले और सुविधाएं कम ही बच्चों को मिल पाती हैं. ऐसे में अप्रयुक्त सरकारी भवनों में खुले यह पुस्तकालय, उपयोगी पुस्तकें, समाचार पत्र, वाईफाई की सुविधा, वेबिनार की सुविधा नि शुल्क उपलब्ध कराकर युवाओं को उनके लक्ष्य की प्राप्ति में मदद कर रहे.पुस्तकालय में जाकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की. इसी दौरान केबिन क्रू के नि शुल्क प्रशिक्षण के बारे में जानकारी मिली. पुस्तकालय से ही फॉर्म भरा. पुस्तकालय में ही लिखित परीक्षा की तैयारी की. अभी चेन्नई में कार्यरत हूं.

अनिता पांडेय, खुसरुपुर

हर रोज तीन से चार घंटे लाइब्रेरी में पढ़ाई की. जेईई मेंस 2024 में 90 परसेंटाइल अंक हासिल किया है. पुस्तकालय में शिक्षण सामग्री का उपयोग किया. तैयारी की. परीक्षा के पहले विशेषज्ञों से मार्गदर्शन मिला. इस परीक्षा में सफलता मिली है. आशीष कुमार, रजौली

पुस्तकालय में पढ़ाई के दौरान डीएमआई संस्थान के बारे में जानकारी मिली. पुस्तकालय में ही ऑनलाइन फॉर्म भरा. प्रवेश परीक्षा में कामयाबी मिली. डीएमआई पटना में छह लाख की छात्रवृत्ति प्राप्त हुई.

निशा, बिहटा पटना

जीविका पुस्तकालय से बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के बारे में जानकारी मिली. पुस्तकालय में जाकर हर रोज चार घंटे पढ़ाइ की. आखिरकार बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में सफलता मिली.

शबनम कुमारी, बछवाड़ा

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