बिहार

कोरोना काल में बिहार के लोग म्यूचुअल फंड के दीवाने हुए, सात साल में छह गुनी से अधिक हुई निवेश राशि, जानें क्या है कारण

Renuka Sahu
19 Jan 2022 6:15 AM GMT
कोरोना काल में बिहार के लोग म्यूचुअल फंड के दीवाने हुए, सात साल में छह गुनी से अधिक हुई निवेश राशि, जानें क्या है कारण
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फाइल फोटो 

कोरोना काल ने बिहार वासियों को म्यूचुअल फंड में निवेश का दीवाना बना दिया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना काल ने बिहार वासियों को म्यूचुअल फंड में निवेश का दीवाना बना दिया है। महामारी की मार से धार खोते कारोबार के कारण लोग बचत राशि को बढ़ाने के लिए म्यूचुअल फंड को ठिकाना बनाने लगे हैं। राज्य में निवेश के दूसरे विकल्पों की कमी के कारण भी यह यहां के लोगों में निवेश के लिए पसंदीदा बन गया है। यही कारण है कि कोरोना के पिछले दो सालों में राज्य से म्यूचुअल फंड में निवेश की कुल राशि चार गुनी से अधिक हो गई है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड ऑफ इंडिया के ताजा आंकड़ों से इसका पता चलता है।

कोरोना के आक्रमण से ठीक पहले वाले महीने फरवरी, 2020 में प्रदेश से म्यूचुअल फंड में 8019 करोड़ 42 लाख रुपए का निवेश था। जो दिसंबर, 2021 में बढ़कर 32 हजार 254 करोड़ हो गया है। बैंक तथा डाकघर के जमा ब्याज दरों में हो रही कमी के कारण भी लोग बचत राशि को बढ़ाने के लिए म्यूचुअल फंड को विकल्प बनाने लगे हैं। जमा धन को बढ़ाने की ललक का ही परिणाम है कि प्रदेश से प्रति व्यक्ति म्यूचुअल फंड में निवेश 2700 रुपए हो गया है। कुल निवेश राशि 32 हजार 254 करोड़ भी राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का पांच फीसदी है। यानी राज्य की अर्थव्यवस्था का पांच फीसदी हिस्सा म्यूचुअल फंड के हवाले है।
सात साल में छह गुनी से अधिक हुई निवेश राशि
कोरोना काल मे म्यूचुअल फंड में निवेश की रफ्तार काफी बढ़ गई है। परंतु जमा धन को बढ़ाने के बेहतर विकल्प के रूप में इसकी ओर रुझान राज्य के लोगों में पिछले कई सालों से हो रहा है। इस कारण पिछले सात साल में म्यूचुअल फंड में राज्य से निवेश की कुल राशि छह गुनी से अधिक हो गई है। दिसंबर 2014 में पांच हजार 419 करोड़ म्यूचुअल फंड में निवेश था। जो दिसंबर 2021 में बढ़कर 32,254 करोड़ हो गया है। इसमें भी 79 फीसदी लोगों ने इक्विटी फंड या शेयर मार्केट से जुड़े फंड और 21 फीसदी लोगों ने नॉन इक्विटी फंड में निवेश किए हैं।
झारखंड में बिहार से अधिक निवेश
21 साल पहले बिहार से ही अलग हुए राज्य झारखंड में म्यूचुअल फंड में निवेश के प्रति लोगों में ज्यादा रुझान देखा जा रहा है। जो बिहार के 32,254 करोड के मुकाबले कुल निवेश के रूप में 35,100 करोड़ है। म्यूचुअल फंड में झारखंड से प्रति व्यक्ति निवेश 9,380 रुपए है। झारखंड की जीडीपी का 11 फीसदी म्यूचुअल फंड में जमा है।
क्या है म्यूचुअल फंड
यह एक प्रकार का निवेश है जहां प्रबंधन कंपनी कई निवेशकों के पैसे को एक साथ जमा करती है और इन निवेशकों को अधिक लाभ पहुंचाने के लिए बेहतर निवेश की योजना बनाती है तथा उस राशि का उपयोग करती है। म्यूचुअल फंड में जमा राशि स्टॉक, बॉन्ड, मनी मार्केट फंड, अंतरराष्ट्रीय फंड आदि में निवेश की जाती है।
क्या है कारण
बिहार में वित्तीय साक्षरता की कमी के कारण लोग शेयर बाजार में निवेश से हिचकते हैं। वहीं म्यूचुअल फंड में जमा राशि से बेहतर निवेश का ठिकाना एसेट मैनेजमेंट कंपनी संभालती है। इस कारण लोग इसकी ओर रुख कर रहे हैं।
कोरोना काल में यूं बढ़ा निवेश
फरवरी 2020- 8019.42 करोड़
दिसंबर 2021- 32,254 करोड़
27 सौ रुपया प्रति व्यक्ति है जमा
05 फीसदी जीडीपी का है हवाले
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