पटना: बिहार में मौसम (Monsoon In Bihar) की बेरुखी से किसानों के चेहरे उतर गए हैं. पटना के मसौढ़ी में खेतों में दरारें दिख रही है. किसानों के द्वारा लगाये गये धान बारिश नहीं होने की वजह से जल रहे हैं. वहीं, बारिश नहीं होने की वजह से किसान लगातार अपने खेतों में पटवन करने के बाद भी परेशान हैं. अब गांव के किसान परिवार की महिलाएं लगातार इन्द्र भगवान को खुश करने के लिए तरह तरह के टोटके अपना रहीं है. वहीं कुछ लोग बारिश के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
मॉनसून में बारिश न होने से किसानों में मायूसी: बता दें, जब बिहार में मॉनसून ने दस्तक दी थी, उस समय किसानों को चेहरे पर खुशियां साफ दिख रही थी. वहीं किसानों को इस बार अच्छी बारिश की उम्मीद थी. किसानों को लग रहा था कि इस बार धान की पैदावर अच्छी होगी. वहीं इस बार बरसात के दिनों में जून जैसी गर्मी पड़ रही है. मसौढ़ी प्रखंड के खैनिया गांव में हजारों एकड़ में धान की रोपनी जलकर बर्बाद होने लगी है. प्रखंड के किसानों में मायूसी दिख रही है. हर किसान इसी उम्मीद पर बैठा है कि इंद्र भगवान खुश होंगे और बारिश होगी.
मसौढ़ी प्रखंड में 15000 हेक्टेयर धान की खेती: दरअसल मॉनसून दस्तक देते ही पूरे इलाके के किसानों ने अपने अपने खेतों में धान रोपनी का काम शुरू कर दिया था. वहीं इलाके के सारे किसान इस तपती गर्मी में खेतों में पटवन करने के बाद भी परेशान हैं. पूरे मसौढ़ी प्रखंड के इलाके में 15000 हेक्टेयर में धान की खेती होती है.