अतिक्रमणकारियों के चलते घरों के आगे गंदा पानी रहता है जमा
नालंदा न्यूज़: बरसात की आहट सुनते ही हरनौत बाजार के लोग सहमने लगते हैं. उन्हें जलजमाव की समस्या सताने लगी है. प्रशासनिक व राजनीतिक अनदेखी के कारण इस साल भी घरों में गंदा पानी घुसना तय है. कई मोहल्ले के लोगों को रास्ते में जमा पानी से होकर गुजारना पड़ेगा.
पानी निकास मार्ग पर अतिक्रमण के कारण बाजार के कई मोहल्लों में इस भीषण गर्मी में भी गंदा पानी जमा है. इस गंदा पानी से बदबू व मच्छरों के आतंक से लोग परेशान हैं. यह और बढ़ जाएगी. हर साल प्रखंड कार्यालय परिसर में कई महीने तक पानी जमा रहता है. सीओ बीडीओ के आवास तक पानी पहुंच जाता है. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए भटक रहे हैं. इधर बीडीओ के आवास के दरवाजे पर आज भी नाला का गंदा पानी जमा है. पानी निकास के रास्ते पर लोग अतिक्रमण कर घर बना लिया है. इस बजबजाते गंदा पानी से बदबू निकल रहा है. प्लस टू विद्यालय में गंदा पानी भर जाता है. स्टेडियम का तो कुछ कहना ही नहीं. इसके आसपास के लोगों को नारकीय जीवन जीना पड़ता है. लोगों को साल के छ माह इस गंदे पानी से होकर बाजार जाना पड़ता है. अतिक्रमण की लड़ाई लड़ रहे दुखित महतो ने बताया कि जल निकास वाले मार्ग पर घर या दुकान बना लिया गया है. नतीजा पानी की निकासी बंद है. लोग जलजमाव का शिकार हो रहे हैं. अधिकारी व जनप्रनितिधियो से शिकायत के बाद भी काई ठोस पहल नहीं की गयी है. नेता व पदाधिकारी ध्यान नहीं देते हैं. नगर पंचायत बनने के बाद लोगों में उम्मीद जगी थी. लेकिन अभी तक धरातल पर काम नहीं दिखता है.
फाइलों में रह गयी करोड़ों की योजना
समाजसेवी चंद्र उदय कुमार ने बताया कि दो बार बाजार को जलजमाव से निजात दिलाने के लिए डीएम ने अधिकारियों के साथ दौरा किया था. डूडा के अधिकारियों ने सबनहुआ नदी से लेकर बीच बाजार, पटेल नगर, रामजानकी नगर होते हुए चेरण के रास्ते फलहनवां गांव के पास नदी तक खुदाई करने की योजना बनायी थी. इसमें दर्जनों लोगों के घर धराशाई होने की संभावना बनी थी. योजना स्वीकृति के लिए डीएम ने राज्य के अधिकारी के पास भेजा था. लेकिन, आज भी योजना फाइलों में ही गुम है.