पिता के दूसरी महिलाओं से संबंध था, इसको लेकर हर रोज घर में कलह होती थी. मां इसका विरोध करती थी, तो पिता उसके साथ झगड़ा करता. 20 दिन पहले उसने अपने पिता की गाड़ी में दूसरी महिला को देखा और इसका विरोध किया, तो पिता ने गुस्से में अपनी लाइसेंसी पिस्टल बेटे के ऊपर तान दी और गोली मारने, थाने में बंद करवाने की धमकी दी. इसके बाद बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर साजिश रची और साइलेंसर वाली पिस्टल से पिता को मौत की नींद सुला दिया. यह कहानी है पटना (Patna) में हुए पूर्व जिला परिषद सदस्य राकेश कुमार की जिनकी हाल ही में हत्या कर दी गई थी. हत्याकांड के बाद जब पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि नौबतपुर के पूर्व जिला पार्षद राकेश कुमार की गोली मारकर हत्या उनके नाबालिग बेटे ने ही की. राकेश कुमार का हत्यारोपी बेटा नाबालिग है इसलिए हम यहां उसका नाम नहीं बता रहे हैं.