बिहार
बारिश और तेज हवा के कारण कल्पवास मेला परिसर की हालत बदतर, नहीं हुई गंगा आरती
Shantanu Roy
11 Oct 2022 5:46 PM GMT

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बेगूसराय। मंगलवार की शाम मौसम में अचानक हुए बदलाव से भीषण बारिश शुरू होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला मुख्यालय से लेकर गांव तक की गलियों में जहां पानी भरा है। सबसे अधिक परेशानी राजकीय कल्पवास मेला परिसर सिमरिया गंगा घाट पर हुई है। भारी बारिश और तेज हवा के कारण राजकीय कल्पवास मेला सिमरिया में कल्पवासियों का आशियाना उजड़ गया है, इससे कल्पवासियों बेघर हो गए हैं। राजकीय कल्पवास मेला सिमरिया में पहले से ही मूलभूत सुविधाओं का अभाव झेल रहे कल्पवासियों को प्रकृति की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। भारी बारिश और तेज हवा चलने की वजह से सिमरिया गंगातट पर मौजूद अधिकतर खालसा एवं पर्ण कुटीर के बांस-बल्ला और तिरपाल उड़ जाने से कल्पवासियों के कपड़ा, बर्तन, बिछावन समेत खाने-पीने के भी समाग्री बर्बाद हो गए।
कल्पवास मेला में आए राम निहोरा सेवा शिविर के महंत मिथिलेश दास उर्फ बौआ हनुमान ने बताया कि मंगलवार की शाम आई भारी बारिश और तेज हवा में सभी खालसा एवं पर्णकुटी उड़ गया है। उन्होंने बताया कि तेज हवा चलने की वजह समान बचाने के चक्कर में उसके खालसा में रह रहे किशोर नारायण झा चोटिल हो गए हैं। दूसरी ओर बारिश के कारण आज से सिमरिया गंगातट पर कुंभ सेवा समिति द्वारा शुरू होने वाली गंगा महाआरती टल गई है। कुंभ सेवा समिति के महासचिव-सह-पूर्व विधान पार्षद रजनीश कुमार ने बताया कि गंगा महाआरती के लिए बनाया गया टेंट-पंडाल और मंच धराशाई हो गया है। दूसरी ओर बारिश के कारण सबसे बदतर स्थिति बेगूसराय जिला मुख्यालय की हो गई है। सीवरेज के नाम पर जहां-तहां गए तोड़े गए सड़क पर जलजमाव के कारण लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
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