बिहार

सूखे की मार सावन झमाझम बरसा नहीं, भादो में भी मुरझा रही धान की फसल

Harrison
23 Sep 2023 2:11 PM GMT
सूखे की मार सावन झमाझम बरसा नहीं, भादो में भी मुरझा रही धान की फसल
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बिहार | जिले में पिछले कई दिनों से बारिश नहीं होने से सूखे की स्थिति बनी हुई है. हालांकि, बीच-बीच में थोड़ा-बहुत बारिश अवश्य हुई. लेकिन, इससे खरीफ की कौन कहे भदई फसल को भी कोई खास फायदा
नहीं हुआ. अब तो किसानों को सूखे की मार ने चिंतित कर दिया है. किसानों का कहना है कि सावन में झमाझम बारिश तो हुई नहीं, अब भादो भी बिन बारिश गुजर रहा है. जबकि भादो का महीना बारिश के लिए ही जाना जाता है. लेकिन, इस महीने में तालाब व पोखर भर भी नहीं पाए हैं. जबकि, भादो में ये भी पानी से लबालब भरे रहते हैं. बारिश के नहीं होने से धान खेतों में दरार तो पड़े ही है, फसल भी अब मुरझाने लगी है. जमीन तीखी धूप और गर्मी से पत्थर बनते जा रहे हैं. कड़ी धूप में किसान डिलेवरी पाइप को बिछाकर फसल की सिंचाई कर
रहे हैं. किसानों को इसके लिए 200 से 250 रुपये प्रति घंटा का देना पड़ रहा है. किसानों के पास डीजल पंपसेट ही एक मात्र सिंचाई के साधन है.
मक्के के भुट्टे में लगे दाने भी सूख रहेपानी के अभाव में मक्के की फसल भी सूखने लगी है. किसानों का कहना है कि दो-चार दिन यहीं स्थिति रही तो भुट्टे में दाना भी नहीं लग पाएंगे. इनमें लग जाएंगे पुष्ट भी नहीं होंगे. बारिश के अभाव में किसानों की परेशानी सिर्फ बांगर क्षेत्र के लिए नहीं है. चंवरी क्षेत्र में भी धान का पटवन करना पड़ रहा है. बारिश नहीं होने से सब्जियों की सिंचाई पर भी किसानों को खर्च अधिक आ रहा है. इधर,नहरों में पानी नहीं रहने से धान वाले चंवरी इलाके में भी फसल मुझने लगी है. धान की फसल का पटवन अभी से ही कर पाना सभी किसानों के बस की बात नहीं है. लेकिन, इन फसलों को सूखे से बचाने के लिए किसानों को कोई उपाय नहीं सूझ रहा है.
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