मोतिहारी न्यूज़: जिले में पंचायती राज विभाग के द्वारा पेयजल जांच केन्द्र पर ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की जांच शुरू की गयी है. पेयजल की जांच का जिम्मा तकनीकी सहायकों को दिया गया है.
पंचायती राज विभाग के द्वारा 353 पंचायतों में पेयजल जांच के लिए पीएचईड के द्वारा फील्ड टेस्ट किट (एफटीके) मुहैया कराया गया है. इसके पूर्व पीएचईडी के द्वारा 43 पंचायतों में पेयजल जांच केन्द्र खोल कर जांच शुरू कराया दिया गया है. इस प्रकार जिले के सभी 396 पंचायतों में तकनीकी सहायकों के द्वारा पेयजल की जांच की जाएगी. लेकिन कई पंचायतों में अभी पेयजल की जांच नहीं शुरू की गयी है. तकनीकी सहायकों केे तबादले से पेयजल जांच का कार्य लटक गया है. पेयजल की जांच में पांच पारामीटर की जांच करनी है. इसमें रासायनिक व जीवाणु की जांच होनी है. जांच में पेयजल में मौजूद क्लोराइड, पीएच मान,नाइट्रेट व अल्कालिटी की जांच की जाएगी. जिला पंचायत राज पदाधिकारी सादिक अख्तर ने बताया कि सभी तकनीकी सहायकों को पेयजल जांच किट मुहैया करा दिया गया है.
तकनीकी सहायक के तबादले से जांच ठप
ढाका प्रखंड अन्तर्गत पंचायतों में प्रतिनियुक्त तकनीकी सहायक के तबादले के कारण नल जल योजना की जांच का काम ठप पड़ा हुआ है. पूर्व में तकनीकी सहायक द्वारा पंचायतों में इसकी जांच की गयी थी, जिसमें पांच नल जल बंद पाये गये. कई जगहों पर नल जल चालू तो है, लेकिन कई घरों में पाइप लीकेज के कारण पानी नहीं पहुंच पा रहा है. जांच रिपोर्ट विभाग के वेबसाइट पर ऑनलाइन भेजी जा रही है. ढाका प्रखंड में 315 वार्डों में नल जल योजना संचालित हो रहा है. इनमें 310 वार्डों में यह योजना चालू बताया गया है. कई वार्डों में नल जल चालू नहीं होने को लेकर वार्ड क्रियान्वयन समिति के अध्यक्ष व सचिव पर प्राथमिकी दर्ज है. बीपीआरओ बलिराम प्रसाद ने बताया कि पंद्रह दिनों पर तकनीकी सहायक द्वारा जांच की जाती है.
पताही प्रखंड में नहीं खुले पेयजल जांच केन्द्र
पताही प्रखंड के पंचायतों में अभी तक पेयजल जांच केंद्र नहीं खोले गये हैं जिससे पेयजल की जांच प्रभावित है. प्रखंड के सभी पंचायतों में तकनीकी साहयको को पेयजल की जांच की जिम्मेदारी मिली है. पीएचईडी को जांच किट उपलब्ध कराना है पर अभी तक पेयजल जांच के लिए किट उपलब्ध नहीं कराया गया है. पंचायती राज विभाग के जरिए पंचायतों में पेयजल की जांच अबतक शुरू नहीं हो सकी है. प्रखंड क्षेत्र के लोगो को इस संबंध मे कोई जानकारी नहीं है. प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी रवि कुमार भारती ने बताया कि तकनीकी साहयकों को पेयजल जांच के लिए ट्रेनिंग दी गई थी जिसके बाद सभी का सामूहिक तबादला हुआ है. नए तकनीकी सहायक योगदान करेंगे तो किट की उपलब्धता के अनुसार जांच की जाएगी.
एक पंचायत में दो से तीन जगह हो रही जांच
प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में संचालित जांच केन्द्र से पेयजल जांच शुरू कर दी गई है. इस काम का जिम्मा तकनीकी सहायक को मिला है. जो जांच किट के माध्यम से इसकी जांच कर रहे हैं. यह जांच पंचायती राज विभाग के माध्यम से कराई जा रही है. पंचायतों के विभिन्न वार्डो में पेयजल जांच शुरू कर दी गई है. एक पंचायत में माह में दो से तीन जगह जांच की जा रही है. इस बाबत सिरिसिया के मिंटू सिंह, परसौना तपसी के सौरंजन यादव, पुरेंद्रा के राकेश पांडेय आदि का कहना है कि पंचायतों के कई वार्डो में सरकार की महत्वाकांक्षी नल जल योजना अब तक धरातल पर नहीं उतर सकी है. बाबत प्रभारी बीपीआरओ सह सीओ विजय कुमार का कहना है कि पंचायतों में तकनीकी सहायक के माध्यम से पेयजल जांच शुरू कर दी गई है.