मोतिहारी न्यूज़: सदर अस्पताल परिसर में एक के बाद एक बड़े बिल्डिंग बन रहे हैं. मगर जल निकासी के लिए न तो नाला का निर्माण किया गया और न साफ सफाई की सही से व्यवस्था की गयी. सभी नाला जाम है. नतीजतन बरसात के समय सदर अस्पताल का पूरा परिसर जल जमाव से घिरा रहता है.
अस्पताल के भीतरी परिसर की भी नहीं हो रही जलनिकासी सदर अस्पताल करीब 10 एकड़ में फैला हुआ है. जल निकासी के लिए सिविल सर्जन कार्यालय के पीछे से व एएनएम स्कूल से नाला बना था. मगर इधर कुछ वर्षों से सदर अस्पताल के नाला की न तो सफाई की गयी और न टूटे नाला की मरम्मत ही हो पायी. स्थिति अब ऐसी बन गयी है कि अस्पताल के अंदर के आंगन की भी जल निकासी नहीं हो पा रही है. जिसको लेकर पम्पिंग सेट गंदे पानी को निकाला जाता है. करीब एक दर्जन सैप्टिक टैंक है जिनका भी गन्दा पानी की निकासी सड़क पर होता है. इसी सड़क से जीएनएम व एएनएम के स्टूडेंट सहित कार्यालय के स्टाफ का जाना आना होता है.
बताते हैं कि जाम नाले की समस्या को लेकर कई बार सिविल सर्जन ने नगर निगम को पत्र लिखा. डीएम ने भी नगर निगम को निर्देश दिया मगर अभी तक नाले की सफाई नहीं हो सकी है. अलबत्ता अधिक जल जमाव होने पर नगर निगम के द्वार पम्प से जल निकासी तो होती है. मगर इतने बड़े परिसर में लगने वाले 2 से 3 फीट जल जमाव की निकासी नहीं हो पाती है. इसके लिए नाले से पानी की निकासी जरूरी है.
रोड डिवीजन को मिला है नाला निर्माण का जिम्मा बताते हैं कि अब नाला निर्माण का काम रोड डिवीजन को मिला है. इसके बावजूद अभी तक निर्माण शुरू नही किया गया है जो मुसीबत बन सकता है.
पिछली बार बूढे़ पिता को कंधे पर लाद कर ले गये थे
मोतिहारी की शबनम खातून ने बताया कि पिछले साल सदर अस्पताल कई दिनाें तक पानी में डूबा था. जल जमाव व बजबजाती नाली महिलाओं के लिए परेशानी का सबब था. प्रबन्धक भारत भूषण बताते हैं कि जलजमाव से परेशानी है. बार बार विभाग को लिखा जा रहा है.