बिहार

लम्पी बीमारी से दर्जनों पशु हुए बीमार

Admin Delhi 1
1 Aug 2023 6:30 AM GMT
लम्पी बीमारी से दर्जनों पशु हुए बीमार
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मोतिहारी न्यूज़: लम्पी बीमारी ने जिले में दस्तक दे दी है.इस बीमारी से प्रभावित पशुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है.लम्पी स्कीन डिजिज में पशुओं को तेज बुखार होता है.दुधारु पशु दूध देना कम कर देता है.इस बीमारी से कई पशुओं की मौत भी हो जाती है।

पशुओं के आवागमन से फैलता है यह रोग यह बीमारी मक्खियों -मच्छरों के अलावे दूसरे जगह से आने वाले पशुओं को अन्य पशुओं को फैलता है.यदि एक पशु संक्रमित होता है तो उसके सम्पर्क में आने वाले सभी पशु संक्रमित हो जाते हैं।

इसके लक्षण संक्रमित जानवरों के शरीर पर लाल छाले बनना, बुखार रहना,वजन कम होना,लार निकलना,आंख व नाक बहना,दूध कम होना व शरीर पर गांठ बनना आदि.डीएचओ डॉ.प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि लम्पी बीमारी से संक्रमित पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखनी चाहिए.लक्षण दिखाई देते ही पशुओं को मेला या मंडी में नहीं ले जाना चाहिए.गोशाला में कीटनाशक का प्रयोग, समुचित सफाई की व्यवस्था रखनी चाहिए.डीएचओ बताया कि सभी पशु चिकित्सालयों में दवाओं की आपूर्ति कर दी गयी है.पशुपालक अपने निकट के पशु चिकित्सालय से निशुल्क दवा प्राप्त कर सकते हैं।

लंपी स्किन डिजीज से पशु हो रहे आक्रांतछौड़ादानो.छौड़ादानो क्षेत्र सहित सीमावर्ती इलाकों में पशुओं में लंपी स्किन डिजीज काफी तेजी से फैल रहा है.प्रखंड क्षेत्र के पुरैनिया पंचायत के भवानीपुर गांव के सुरेन्द्र यादव के गाय सहित उनके गांव के दर्जनों पशु इस बीमारी से आक्रांत हैं।

गोशाला में कीटनाशक का जरूर करें प्रयोग

सीमावर्त्ती क्षेत्र के गांवों में पशुओं में लम्पी रोग के फैलने से पशुपालक किसान परेशान हैं.यह रोग विशेषत गाय व बैलों में हो रहा है जिसमें पशुओं में दो-तीन दिन तक बुखार के बाद त्वचा चेचक की तरह चकत्तानुमा कठोर गोलपिंड का विकास हो जाता है.मच्छर, मक्खी व अठईल से फैलने वाले इस रोग से पशु के मुंह,ग्रसनी व श्वसन नली में घाव के अतिरिक्त दूध में कमी, बांझपन व पशुओं की मौत भी हो रही है.चिकित्सक डा.मुकुल कुमार के अनुसार, रोग से बचाव के लिए पशुओं का टीकाकरण पूर्व में किया जा चुका है और अब वे प्रभावित किसानों को सलाह दे रहे हैं।

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