दरभंगा न्यूज़: एच थ्री एन टू वायरस से निबटने के लिए डीएमसीएच अलर्ट मोड पर आ गया. संभावित मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था को पुख्ता करने की दिशा में कारवाई शुरू कर दी गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों को वायरस से निबटने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए. वीडियो कांफ्रेंसिंग में दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा और अधीक्षक डॉ. अलका मिश्रा के अलावा कई अन्य अधिकारी शामिल हुए. अस्पताल की व्यवस्था चाक-चौबंद करने को लेकर प्राचार्य ने सभी विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई है. इधर, वीडियो कांफ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि एच थ्री एन टू वायरस कोरोना वायरस का ही स्वरूप है. इस वजह से उसकी चपेट में आने से बचने के लिए लोगों को वही करना है जो उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए किया था. लोग मास्क का उपयोग करें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और थोड़ी-थोड़ी देर पर साबुन से हाथ धोएं. घर का कोई सदस्य अगर बुखार, सर्दी और खांसी से पीड़ित हो तो उसे अलग कमरे में रखें. वीडियो कांफ्रेंस में टीकाकरण पर विशेष जोर दिया गया.
वहीं दूसरी ओर प्राचार्य और अधीक्षक को बुखार, सर्दी और खांसी से पीड़ित मरीजों के परीक्षण के लिए ओपीडी में अलग कमरों की व्यवस्था करने को कहा गया. ऐसा करने से ओपीडी पहुंचने वाले अन्य मरीजों को संक्रमण से बचाया जा सकेगा. संभावित मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजने पर भी बल दिया गया. वहीं दूसरी ओर गर्मी के मौसम में हीट वेव की आशंका को देखते हुए अस्पताल में पुख्ता तैयारी करने को भी कहा गया. मरीजों के उपचार के लिए बर्फ के अलावा एसी की व्यवस्था करने को कहा गया. कोरोना जांच की संख्या बढ़ाने पर भी बल दिया गया.
उधर, वीडियो कांफ्रेंस के बाद प्राचार्य ने अस्पताल के कोरोना वार्ड, आईसीयू और एचडीयू का निरीक्षण किया. वहीं अधीक्षक ने निश्चेतना विभाग के अध्यक्ष को आईसीयू में व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त रखने का निर्देश दिया.