बिहार

DM ने की दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण "पोषण भी पढ़ाई भी" कार्यशाला का शुभारंभ

Gulabi Jagat
12 Dec 2024 2:21 PM GMT
DM ने की दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण पोषण भी पढ़ाई भी कार्यशाला का शुभारंभ
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Lakhisaraiलखीसराय। निपसीड के द्वारा दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण "पोषण भी पढ़ाई भी" का कार्यशाला का आयोजन महिला एवं बाल विकास निगम कार्यालय में शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी मिथलेश मिश्र , जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस वंदना पांडेय, निपसिड लखनऊ के सहायक निदेशक लीना ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम में 40 प्रतिभागी बाल विकास
परियोजना पदाधिकारी तथा महिला सुपरवाइजर
व प्रखंड समन्वयक को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिला पदाधिकारी मिथिलेश मिश्र ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागी को पहले हजार दिनों के लिए प्रारंभिक उत्तेजना और तीन से 6 वर्ष के आयु वर्ग के लिए प्रारंभिक बचपन देखभाल को शिक्षा को बढ़ावा देना: ईसीसी पाठ्यक्रम और शैक्षणिक दृष्टिकोण की बुनियादी समझ के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमताओं का विकास करना आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को विकास के क्षेत्रों शारीरिक, संज्ञानात्मक - सामाजिक भावनात्मक- नैतिक संस्कृतिक -तुलनात्मक और मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक के विकास के साथ-साथ संबंधित मूल्यांकन पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाना और पोषण 2.0, पोषण के नवाचार पोषण ट्रैक्टर सहित पोषण पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की समझ को सुदृढ़ करना है। आगे जिला पदाधिकारी महोदय ने संबोधित करते हुए कहा कि पोषण के संबंध में बच्चों की मासिक विकास 3 वर्ष से 6 वर्ष तक करते हैं यदि कुपोषित हो गए हैं तो नहीं शारीरिक नहीं मानसिक विकास कर पाते हैं इसलिए प्रारंभिक बाल्यावस्था में सही पोषण होना चाहिए जिला पदाधिकारी महोदय ने लखीसराय में बाल विवाह सबसे अधिक होने पर गंभीर चिंता व्यक्त किया । उन्होंने कहां यदि लड़की की शादी 21 साल में करनी चाहिए क्योंकि किशोरियों का शारीरिक मानसिक विकास एवं आत्मनिर्भर हो जाती है एवं कुपोषण एनीमिया जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता है।
उन्होंने आंगनबाड़ी केद्रों की बुनियादी ढांचों में सुधार एवं सुव्यवस्थित रखना की बात कही है। जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस लखीसराय वंदना पांडे ने दो दिवसीय कार्यक्रम पोषण भी पढ़ाई भी योजना के तहत प्रत्येक महिला सुपरवाइजर प्रशिक्षित होकर अपने-अपने क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ कुपोषण को दूर करने एवं बच्चों के शारीरिक मानसिक विकास के साथ खेल-खेल के माध्यम से विकसित करना है एवं पोषण 2.0 के तहत सभी कार्यों को सुदृढ़ करना है।
निप्सीड के सहायक निदेशक लीना कुमारी ने सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं महिला पर्यवेक्षक को पोषण भी पढ़ाई भी योजना के तहत दो दिवसीय ट्रेनिंग मैं कहां बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए पोषण अति आवश्यक है । इस ट्रेनिंग के माध्यम से प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने पोशक क्षेत्र में बच्चों के शारीरिक मानसिक गुणवत्ता में सुधार हो सके। मौके पर सभी सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी महिला पर्यवेक्षिका एवं सभी प्रखंड समन्वयक मौजूद रहे।
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