जिला शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में डीएम ने दिए निर्देश
भागलपुर न्यूज़: जिला शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक डीएम की अध्यक्षता में हुई, जिसमें स्कूलों के संचालन की स्थिति पर समीक्षा हुई. इसमें कई रिपोर्ट मांगे गये और व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिये गये. समीक्षा भवन में हुई बैठक में डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि सभी बीईओ सूचित करें कि कितने स्कूलों में बिजली नहीं है. इसको लगाने के लिये कहा गया है.
भूमिहीन विद्यालयों को चिह्नित करते हुये उसे भूमि उपलब्ध कराने का प्रयास करना है और लोगों को स्कूल के लिये भूमि देने के लिये जागरूक करना है. उन्होंने पूछा कि कितने स्कूलों में बन रहे भवन अधूरे हैं. कितना काम बाकी है और कितनी राशि बची है की रिपोर्ट दी जाये. स्कूलों में खरीदने के लिये खेल सामग्री के लिये मिली राशि और स्कूल ग्रांट की राशि को खर्च कराने का प्रयास करने को कहा गया. एमडीएम डीपीओ, सभी बीईओ और बीआरपी को निर्देश दिया गया है कि रसोईया का अनुग्रह अनुदान राशि दिलाने के लिये कागजी कार्रवाई में मदद करना है. उन्होंने स्मार्ट क्लास की स्थिति की जानकारी ली. जिसमें प्रभारी डीईओ देवनारायण पंडित ने बताया पांच स्कूलों में स्मार्ट क्लास के सामान चोरी हो गये हैं. जिसके बाद एफआईआर कर दिया गया है. इसपर डीएम ने कहा कि वह एसएसपी से मिलकर इस एफआईआर के बारे में उन्हें जानकारी दें. डीएम ने बीआरपी को एमडीएम के अच्छे संचालन को लेकर सक्रिय रहने के निर्देश दिये गये और कहा गया कि शिकायत मिलने पर उनपर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. बैठक में देवनारायण पंडित, डीपीओ एमडीएम आनंद विजय, कार्यक्रम पदाधिकारी नितेश कुमार, सभी बीईओ, बीआरपी, जेई आदि उपस्थित थे.
टीएमबीयू पर छह करोड़ बिजली बिल बकाया
बिजली विभाग ने टीएमबीयू पर छह करोड़ रुपये बिल बकाया का दावा किया है. विभाग की टीम बिजली कनेक्शन काटने के लिए पहुंच गई. प्रॉक्टर ने बिजली विभाग के जीएम से बात की, इसके बाद विभाग ने बिल भुगतान के लिए का समय दिया था. अब विवि ने विवि के जमीन पर अवस्थित विभाग के कार्यालय का असेसमेंट कराया है.
विवि का दावा, जमीन का किराया करीब 30 करोड़
विवि प्रशासन का दावा है कि बिजली विभाग विवि की जमीन पर कार्यालय है. जिसका किराया लगभग 30 करोड़ होगा. अब विवि प्रशासन बिजली विभाग को भुगतान की नोटिस भेजने की तैयारी में है. इस संबंध में कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा कि छह करोड़ बिजली बिल बकाया होने की बात कही जा रही है. जिसमें लगभग दो करोड़ ब्याज होने की बात कही जा रही है.