भागलपुर. स्वास्थ्य मंत्री बिहार सरकार सरकारी अस्पताल की दशा एवं दिशा सुधारने में लगी है. अब नया आदेश जारी किया गया है जिसमें अस्पताल की व्यवस्था को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी सिविल सर्जन के कंधे पर तो है की इसके जिलाधिकारी को भी शामिल किया गया है. मुख्यालय ने किस अधिकारी की क्या जिम्मेदारी है अस्पताल में क्या क्या करना है इसकी सूची भी भेजा है. जिसके बाद मिले निर्देश पर काम करना आरंभ कर दिया गया है. सरकारी अस्पताल खास कर सदर अस्पताल में इस तरह का कार्य किया जाना है. इसमें इन लोगों के कंधे पर है जिम्मेदारी.
स्वास्थ्य विभाग को यह काम करना है
- सुलभ शौचालय की सुविधा मरीज के परिजन के लिए.
- डाॅक्टर एवं नर्स की बेहतरी तरीके से पदस्थापना करना.
- डाॅक्टर की रोस्टर डयूटी को बेहतर तरीके से लागू कराना.
- अस्पताल के सभी डाॅक्टर एवं अन्य का ड्रेस कोड लागू करे
- सीएसआर फंड से अस्पताल में लाइट समेत अन्य सुविधा दे
- हेल्प डेस्क की सुविधा बेहतरी तरीके से उपलब्ध कराना.
- एंबुलेंस इएमटी को समय समय पर प्रशिक्षण दिलाना.
बीएमसीआरसीएल एजेंसी की ये जिम्मेदारी
- अस्पताल के शौचालय को बेहतर बनाना .
- अस्पताल की चाहरदीवारी को ठीक करना
- अस्पताल के अंदर एवं बाहर चूना करना .
- प्लास्टर एवं रिपेयर की जरूरत हो तो करना .
- जर्जर हो चुके भवन को गिरा कर हटाना .
जिलाधिकारी यह सुविधा उपलब्ध कराएंगे
- अस्पताल के अंदर बाहर अतिक्रमण खत्म कराएंगे.
- अस्पताल के बाहर अवैध एंबुलेंस को हटाने का आदेश देंगे.
- अस्पताल के अंदर बाहर के असामाजिक तत्वों पर एक्शन लेंगे.
- अस्पताल में पुलिस टीआेपी काे स्थापित करेंगे .
- अस्पताल का सीसीटीवी कैमरा एवं फोन की समस्या को खत्म करेंगे
न्यूज़ क्रेडिट: prabhatkhabar