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खगड़िया: डीएम डॉ. आलोक रंजन घोष ने रविवार को वर्चुअल बैठक के माध्यम से बाढ़ तैयारी की समीक्षा की. इस दौरान डीएम ने परबत्ता, गोगरी व खगड़िया अंचल के आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित पंचायतों में आवश्यकतानुसार राहत वितरण कार्य जारी रखने के निर्देश दिये. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नौका परिचालन का जियो टैगिंग युक्त फोटो भेजने के साथ-साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में गर्भवति महिलाओं की जांच मेडिकल टीम व आशा-एएनएम से कराने के भी निर्देश दिये.
अनुमंडल स्तर पर कंट्रोल रूम खोलने के निर्देश
उन्होंने सीडीपीओ आईसीडीएस को गर्भवती महिलाओं के अद्यतन सूची सिविल सर्जन व अंचलाधिकारीयों को उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये. बैठक में डीएम ने बताया कि एक-दो दिन में पानी घटना शुरू हो जाएगा. इस स्थिति में उन्होंने लोक स्वास्थ्य विभाग को चुना, ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव के साथ क्लोरीन, फ्लोरीन टेबलेट के वितरण की व्यवस्था करने के निर्देश दिये. डीएम ने अपर समाहर्ता व उप विकास आयुक्त को एक-एक अनुमंडल में बाढ़ राहत कार्यों के अनुश्रवण का निर्देश देते हुए दोनों अनुमंडल पदाधिकारियों को अनुमंडल स्तर पर कंट्रोल रूम खोलने को कहा.
50 नौका का हो रहा परिचालन
जिला जन संपर्क पदाधिकारी आनंद प्रकाश ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर नौका का परिचालन किया जा रहा है. विभिन्न प्रखंडों में 50 नौकाएं बाढ़ प्रभावित लोगों की सुविधा के लिए संचालित की जा रही हैं. आम जनता के साथ छात्र-छात्राएं भी इसका लाभ ले रहे हैं. यात्रियों के हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान भी नाविक द्वारा संधारित लॉग बुक पर लिया जा रहा है. ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा ग्रामीण सड़कों की मरम्मत भी की जा रही है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल द्वारा कटाव वाले क्षेत्रों में बाढ़ संरक्षणात्मक कार्य कराया जा रहा है.
पॉलीथिन शीट किया जा रहा वितरण
परबत्ता में पानी में डूबने से मृत किशोरियों के परिजनों को मुआवजा राशि का भुगतान प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी द्वारा किये जाने की बातें कही गई. कहा कि जोरावरपुर के कदजलवन में प्राथमिक विद्यालय में संचालित सामुदायिक रसोई घर में अब तक 650 से अधिक बाढ़ पीड़ित व्यक्तियों को भोजन कराया गया है. तथा परबत्ता अंचल में 300 से अधिक पॉलीथिन शीट का वितरण किया गया है. अनुमंडल पदाधिकारी गोगरी द्वारा परबत्ता के सौढ़ दक्षिणी व सौढ़ उत्तरी पंचायत में बाढ़ पीड़ितों के बीच 525 फूड पैकेट का वितरण किया गया. डीपीआरओ ने बताया कि बाढ़ के साथ सुखाड़ को ध्यान में रखते हुए जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा आकस्मिक फसल योजना के तहत मक्का, उड़द, तोरिया व सरसों के बीज का नि शुल्क वितरण कार्य किसानों के बीच प्रारंभ किया गया.
मेडिकल कैंप में हो रही मरीजों की जांच
परबत्ता व गोगरी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल कैंप आयोजित किया गया. जहां बीमार लोगों का इलाज/जांच किया गया. लोगों के कैम्प तक पहुंचने के लिये नौका की व्यवस्था की गई थी. पशुओं के ईलाज को लेकर चलंत पशु चिकित्सक भी भ्रमणशील हैं. जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं का इलाज कर रहे हैं. पशुओं के लिये जल्द ही पशु चारा का वितरण प्रभावित पशुपालकों के बीच किया जाएगा. वहीं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोक स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्थाई शौचालय व चापाकल लगाया जा रहा है.
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