बिहार

डीजे का शोर बन रहा मौत का कारण

Admin Delhi 1
14 March 2023 10:56 AM GMT
डीजे का शोर बन रहा मौत का कारण
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बक्सर न्यूज़: आए दिन जहां महानगरों में ट्रैफिक को ध्वनि प्रदूषण का कारण माना जाता है वहीं बक्सर जैसा छोटा शहर भी ध्वनि प्रदूषण के मामले में महानगरों से कम नही है. क्योंकि शहर के अंदर पूरे वर्ष ट्रैफिक के साथ-साथ कोई ना कोई धार्मिक महोत्सव, पर्व-त्योहार, जुलूस, बारात और रैलियों का आयोजन होता रहता हैं. ऐसे अवसरों पर डीजे साउंड का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है.

ताकि आयोजनों में चार-चांद लगाया जा सके. लेकिन डीजे से होने वाले नुकसानों को नजरअंदाज कर दिया जाता है. शहर और आस-पास के इलाके में डीजे संचालकों द्वारा आपस में साउंड प्रतिस्पर्धा में भयानक मैगनेटिक वाइब्रेसन वाले म्यूजिक का प्रयोग किया जा रहा है. शहर के कुछ मार्ग की सड़कों की जितनी चौड़ाई नही है उससे अधिक में संचालकों द्वारा वाहनों पर डीजे बॉक्स को ट्रेक्टरों पर लाद दिया जाता है. जब इनका वाहन शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए नगर भ्रमण के लिए निकलता है लोगों को होने वाली असुविधाओं व कानून के नियमों को ताक पर रखते हुए रास्ते में आने वाले बिजली के पोल, बिजली के तार, साईन बोर्ड व प्लैक्स बोर्ड को उखाड़ फेंक दिया जाता है. जिससे कारण तितर-बितर व लटके हुए बिजली के खुले तारों से जानमाल का नुकसान होने का खतरा बन जाता है. ये बिखरे बिजली के तार को बाद में ठीक करने के लिए बिजली कम्पनी के लिए भी चुनौती खड़ा करते है. डीजे बजने से परेशान आमजनों को इस समस्या से छूटकारा पाने के लिए समझ में नहीं आता कि वे इसके लिए किसके पास जाएं? क्योंकि पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में ऐसे आयोजन होते रहते है.

शोर एक सीरियस हेल्थ से जुड़ी समस्या है इतना ही नहीं डीजे साउंड बजने से स्वास्थ्य संबंधित दुष्प्रभाव भी देखने को मिलता है. ऐसे में शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर व्यक्तियों खासकर छोटे बच्चों, महिलायें, बुजुर्ग और गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों में स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न होती है. ऐसे में लोगों के अंदर मानसिक तनाव, अवसाद, कम सुनने की लक्षण तथा एक-दूसरे के प्रति आक्रामकता का व्यवहार जागृत हो रही है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार भी शोर एक सीरियस हेल्थ से जुड़ी समस्या है. इन सब के अलावा स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों तथा बंद कमरे में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के शिक्षा पर भी डीजे बजने का दुष्प्रभाव पड़ता है. कई बार सोसायटी में डीजे को तेज आवाज में बजाने के वजह से लोगों में अशांति, झगड़ा-झंझट तथा असामाजिक कार्यो को भी बढ़ावा मिलता है. बता दें कि डीजे संचालको के द्वारा अश्लील गाने बजाने की वजह से इस तरह के फुहड़पन वाले गाने को भी बढ़ावा मिलता है. जिसे लोग विभिन्न सवारी गाड़ियों और ई-रिक्शा वाहन में बैठकर महसूस कर सकते है. डीजे के तेज वाइब्रेसन वाले आवाज से पिछले दिनों हार्ट अटैक आने से मरने वालों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. डीजे का आवाज बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए लगातार खतरा बनते जा रहा है.

तेज आवाज को लेकर बना है कानूनअक्सर ऐसा सुना जाता है कि म्यूजिक एक ऐसी थेरेपी है जिससे तनाव दूर होता है. इससे मेंटल स्ट्रेस से छुटकारा मिलता है, लेकिन अगर इसे तेज आवाज में सुना जाए तो परेशानियां कम होने के बजाय बढ़ने लगती हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए म्यूजिक सिस्टम की तेज आवाज को लेकर कानून बनाया गया है.

रिहायशी इलाके के लिए आवाज की सीमा तय

ध्वनि प्रदूषण अधिनियम नियम, 2000 के मुताबिक कमर्शियल और रेजिडेंशियल इलाके के लिए आवाज की सीमा तय की गई है. इसके मुताबिक इंडस्ट्रियल इलाके के लिए दिन में 75 डेसिबल और रात में 70 डेसिबल आवाज की सीमा होनी चाहिए. कमर्शियल इलाके के लिए आवाज की सीमा दिन में 65 डेसिबल और रात में 55 डेसिबल होनी चाहिए. वहीं रेजिडेंशियल इलाके के लिए दिन में 50 और रात में 40 डेसिबल की सीमा तय की गई है.

अक्सर इस तरह के आयोजनों के वक्त लोगों में डर का माहौल बना रहता है.

● भारतीय कानून में तेज गाना बजाना जुर्म की श्रेणी में आता है

● डीजे से होने वाले नुकसानों को नजरअंदाज कर दिया जाता है

● 80 डेसिबल तक की आवाज इंसान बर्दाश्त कर सकता है

● डीजे साउंड बजने से स्वास्थ्य संबंधित दुष्प्रभाव भी देखने को मिलता

डेसिबल होता है ध्वनि प्रदूषण को मापने का पैमाना

ध्वनि प्रदूषण को मापने का पैमाना डेसिबल होता है. आमतौर पर 80 डेसिबल तक की आवाज इंसान बर्दाश्त कर सकता है, इससे ज्यादा की आवाज ध्वनि प्रदूषण के दायरे में आती है और इसका खराब असर पड़ता है. एक सामान्य व्यक्ति 0 डेसिबल तक की आवाज सुन सकता है. यह आवाज पेड़ के पत्तों की सरसराहट जितनी आवाज होती है. वहीं हम घर में सामान्य तौर पर जो बातचीत करते हैं उस समय हमारी आवाज 30 डेसिबल के आसपास होती है. एक लाउडस्पीकर सामान्य तौर पर 80 से 90 डेसिबल की आवाज पैदा करता है.

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