बिहार
प्रेसवार्ता में बाढ़ पीड़ितों की संख्या नहीं बता सके जिला प्रभारी-सह-बिहार के विधि मंत्री
Shantanu Roy
2 Sep 2022 11:02 AM GMT

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बेगूसराय। बेगूसराय में बाढ़ और सूखाड़ से बिगड़ते हालत की समीक्षा के लिए दो दिवसीय दौरा पर आए बिहार सरकार के विधि मंत्री-सह-बेगूसराय के प्रभारी मंत्री डॉ. शमीम अहमद ने शाम्हो प्रखंड को छोड़कर विभिन्न बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा किया। लेकिन शुक्रवार को सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में यह नहीं बता सके कि बेगूसराय में कितने लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और उनके लिए कितनी संख्या में नाव चलाई जा रही है। प्रेसवार्ता में प्रभारी मंत्री शमीम अहमद ने कहा कि महागठबंधन की सरकार गरीबों की सरकार है, सभी जनप्रतिनिधि जनता की सेवा करेंगे। आपदा को लेकर अनुश्रवण के लिए लगातार बैठक हो रही है। बेगूसराय का आधा हिस्सा बाढ़ से तबाह है तो आधा हिस्सा सुखाड़ से। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत दिलाने का प्रयास शुरू हो गया है, सुखाड़ का स्थल पर जाकर सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया गया है, प्रभावित किसानों को हर संभव मदद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कल समाहरणालय में सभी जनप्रतिनिधियों और जिला के अधिकारियों के साथ बैठक किया है। कई जगह जाकर स्थिति का जायजा लिया, नाव कि जहां कमी थी उसे पूरा किया जा रहा है। सरकार आपदा पीड़ितों की हर संभव मदद कर रही है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए सूखा भोजन, सामुदायिक रसोई, पशु दवा, मेडिकल कैंप, आश्रय स्थल पर पानी एवं शौचालय आदि का निर्देश दिया गया है। जनता द्वारा बनाई गई यह जनता की सरकार है, शिकायत मिली कि सही तरीके से निरीक्षण नहीं होने के कारण पिछले वर्ष मुआवजा नहीं दिया गया।
जिसके मद्देनजर अधिकारियों को धरातल पर जाकर क्षति का रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया गया है। आज से सामुदायिक रसोई शुरू की जा रही है, नाव की संख्या बढ़ाई जा रही है, काम करने वालों के लिए बाढ़ चुनौती नहीं है। बेगूसराय में जाम और जलजमाव की समस्या पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि अगली बार इसके समाधान के लिए भी वैकल्पिक उपाय की समीक्षा करेंगे। बिजली की कमी हो रही है, महागठबंधन की सरकार बनते ही भारत सरकार ने बिजली की कटौती शुरू कर दी। केंद्र बिजली के लिए जान बूझकर बिहारवासी को परेशान कर रही है, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री व्यवस्था में सुधार का प्रयास कर रहे हैं। प्रेसवार्ता के दौरान जब पत्रकारों ने बेगूसराय जिले में बाढ़ प्रभावितों की संख्या और उनके लिए चलाए जा रहे नाव की संख्या का सवाल उठाया तो प्रभारी मंत्री कुछ नहीं बोल सके और अपने आसपास बैठे विधायक की ओर देखने लगे। अंत में उन्होंने कहा कि प्रभावितों का आंकड़ा ले रहे हैं, अगली बार जब बेगूसराय आएंगे तो वह भी बता देंगे। इस दौरान मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह ने प्रभारी मंत्री की मदद करते हुए अपने मटिहानी विधानसभा क्षेत्र का कुछ आंकड़ा प्रस्तुत किया। कार्तिकेय कुमार के इस्तीफे के सवाल पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि बिहार में कानून का राज है, कानून अपना काम कर रही है। नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं बनेंगे, इसके लिए महागठबंधन के शीर्ष नेता लगे हुए हैं तथा विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया जाएगा। बिहार में बढ़ते अपराध के सवाल पर विधि मंत्री ने कहा कि सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। जहां जिस चीज की जरूरत होगी उसे पूरा किया जाएगा, लेकिन अपराध पर हर हालत में काबू पाया जाएगा।
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