बिहार

इतिहास को तोड़-मरोड़कर कर परोसना खतरनाक

Admin Delhi 1
11 Feb 2023 7:50 AM GMT
इतिहास को तोड़-मरोड़कर कर परोसना खतरनाक
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मुंगेर न्यूज़: नगर के हरि सिंह महाविद्यालय में इतिहास विभाग की ओर से सेमिनार का आयोजन किया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रभारी प्रध्यापक सहित बीआरएम कॉलेज, मुंगेर के इतिहास विभागाध्यक्ष डा. श्याम कुमार और हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. अभय कुमार मौजूद थे.

सेमीनार का संचालन अतिथि प्रोफेसर डा. यादवेन्दु रंधीर और हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. सुनील कुमार संयुक्त रूप से कर रहे थे. इस कार्यक्रम का शुभारंभ डा. चैतन्य प्रकाश के गायन से हुआ. मुख्य अतिथि डा. श्याम कुमार ने इतिहास लेखन का समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को रेखांकित किया. भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन पर इतिहास का प्रभाव पर प्रकाश डाला.

उन्होंने कहा कि इतिहासकारों की अपेक्षा राष्ट्रवादी इतिहासकारों की लेखन शैली में भिन्नता स्पष्ट होती है. विशिष्ट अतिथि डा. अभय कुमार ने वैदिक और उत्तर वैदिक कालीन इतिहास को अपने अभिभाषण के द्वारा अभिव्यक्त किया. उन्होंने बताया कि इतिहास को समझने के लिए उचित दृष्टि होनी चाहिए. इतिहास को तोड़-मरोड़कर कर परोसना वर्तमान और भविष्य के लिए बहुत खतरनाक होगा. उन्होंने इतिहास और साहित्य के संबंध में स्पष्ट करते हुए बताया कि इतिहास के रिक्त स्थानों को साहित्य के द्वारा भरने का प्रयास किया जाता है.

इस रिक्तता को भरने के लिए इतिहासकारों के द्वारा सतत शोध की आवश्यकता है. इस मौके पर डा. विनोद कुमार, डा. देवेन्द्र प्रसाद राम ने भी अपने विचार व्यक्त किए. धन्यवाद ज्ञापन डा. चंदन चन्द्र चुन्ना ने किया. इस मौके पर सर्वजीत पाल, कोमल रश्मि, डा. अमर, डा. रवि, शिवम, खुशी, सुदीपा, ज्योति, सृष्टि, अदिति सिंह, कोमल कुमारी, रिया कुमारी, ़खुशी कुमारी, पल्लवी कुमारी, करिश्मा कुमारी, पूजा कुमारी, ज्योति कुमारी, शशिकांत कुमार, मुस्कान कुमारी, सृष्टि कुमारी, नूरजहां खातून, फरजान परवीन, कनिष्ठ कुमारी, शिवम, अमन, श्रीकांत आदि मौजूद थे.

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