बाजार समिति में 20 दुकान ध्वस्त होने के बाद कारोबारियों में नाराजगी, आंदोलन की दी धमकी
नालंदा न्यूज़: स्थानीय बाजार समिति में पूरा कारोबार ठप रहा. बाजार में सन्नाटा पसरा रहा. इससे लगभग पांच करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ. यहां लगभग 400 कारोबारी, गद्दीदार व आढ़तदार काम करते हैं.
इनके माध्यम से चार हजार से अधिक मजदूरों को दैनिक काम मिलता है. बाजार बंद रहने से इन साढ़े चार हजार लोगों को कोई काम नहीं मिला. इससे उनके परिवार पर असर पड़ा है. इस कारण लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है. बाजार समिति में 20 दुकान के ध्वस्त होने के बाद से ही कारोबारियों में काफी नाराजगी है.
बाजार समिति परिसर में कारोबारियों ने आंदोलन की रणनीति तय की. कारोबारी कृष्ण मुरारी ने बताया कि वर्ष वर्ष 1988 से ही हमारे पूर्वज यहां कारोबार करते रहे हैं. इन कारोबारियों के बल-बूते ही रोजाना चार हजार लोगों को काम मिल पाता है. आज दुकान ध्वस्त की जा रही है. इससे हजारों परिवार के आय का जरिया तबाह होगा. बैठक में आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया गया है. बाजार समिति समस्त व्यापारी की तरफ से तीन मांगें हैं. इन्हें पूरा करने पर ही हड़ताल खत्म की जाएगी. हमारी प्रमुख मांगें ‘जीर्णोद्धार के नाम पर व्यापारियों को पलायन करने पर विवश न करे प्रशासन, वैध-अवैध आवंटन का चश्मा प्रशासन हटाए व हमलोगों को पहले बसाया या आवंटन कर पुरानी दुकान तोड़ी जाए’ हैं. उन्होंने बताया कि जब तक व्यापारियां को स्थाई आवंटन कर बसाया नहीं जाएगा, तब तक हमारा यह आंदोलन चरणबद्ध तरीके से जारी रहेगा.
कारोबारी उमेश सिंह, सतीश प्रसाद, सतीश सिंह, श्रीनारायण प्रसाद व अन्य ने बताया कि प्रशासन की यह मनमानी नहीं चलेगी. पहले यहां के कारोबारियों के लिए व्यवस्था होनी चाहिए. ताकि, सामान्य दिनों की तरह मंडी चलती रहे. यह मंडी न सिर्फ यहां के कारोबारियों या मजदूरों के लिए जीवनदायिनी है. बल्कि, इस मंडी पर रोजाना हजारों किसान भी निर्भर हैं. उनकी पैदावार व सब्जियां यहां से नवादा, शेखपुरा व पड़ोसी जिलों की अन्य मंडियों में भेजी जाती हैं. इस कारण सब्जियों का भाव बना रहता है. बाजार समिति की बंदी का असर सब्जियों के भाव पर भी पड़ेगा. किसान औने-पौने दामों पर सब्जियां बेचने को बाध्य होंगे. वहीं, आस-पास की मंडियों में सब्जियों के भाव बढ़ सकते हैं.
ठेला फुटपाथ वेंडर्स यूनियन ने कारोबारियों का किया समर्थन बिहारशरीफ. ठेला फुटपाथ वेंडर्स यूनियन ने बाजार समिति में बंदी को लेकर कारोबारियों का समर्थन किया है. यूनियन के महासचिव सह बिहारशरीफ माले प्रभारी पाल बिहारी लाल, माले नेता रामप्रीत केवट व यूनियन के जिलाध्यक्ष किशोर साव व अन्य ने बाजार समिति जाकर कारोबारियों से मिलकर उनकी समस्याओं को जाना. सभी नेताओं ने सरकार से बिहारशरीफ में मंडी कानून को पुर्नबहाल करने की मांग की है.
लगातार रोजगार कर रहे गद्दीदारों, व्यापारियों, आढ़तियों का सर्वे कर पहचान कर उन्हें अविलंब दुकान आवंटित करने की अपील की है. साथ ही संघर्षरत व्यापारियों के प्रतिनिधियों से मिलकर सम्मानजनक हल निकालने की बात कही है.
कई कारोबारियों ने एसडीओ से सुरक्षा की लगायी गुहार
फल सब्जी आढ़तदार कमेटी के सदस्यों ने एसडीओ से सुरक्षा की गुहार लगायी. दिए आवेदन में कहा है कि कुछ लोग दुकान ध्वस्त किए जाने का विरोध कर रहे हैं. वे लोग बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं. बाजार समिति को बंद कर दिया गया है. ऐसे में कुछ लोगों ने दुकान खोल कारोबार किया. उन्हें ये लोग जबरन बंद करवा सकते हैं या नुकसान पहुंचा सकते हैं. इससे गोदाम में रखा फल व सब्जी सड़ जाएगा. इससे कारोबारियों को काफी नुकसान होगा. प्रतिनिधिमंडल में कमेटी के सचिव ताराचंद मेहता, जहांगीर, मो. मुस्तफा, पिंटु कुमार, चंचल कुमार, फिरोज अनवर, गुड्डू खान, परवेज आलम, असलम सुल्ताना, मो. मुमताज, जगबंधु कुमार, रंजन कुमार व अन्य शामिल थे. उन्होंने बताया कि एक-एक गोदाम में लाखों का सामान पड़ा है. बंदी रहने से सब सड़ जाएगा.