पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कई राज उगले हैं। अभिषेक ने कबूल किया है कि वह तत्कालीन अफसर को बचाने के लिए डीजीपी को फोन कर दबाव बनाता था। इतना ही नहीं इसी तरह वह अन्य लोगों को भी फोन लगाकर अपना काम निकलवाता था। पटना हाईकोर्ट का फर्जी जज बनकर डीजीपी को फोन करना एक शख्स को भारी पड़ गया। एक आईपीएस अधिकारी की सिफारिश के लिए किए गए फोन के बाद पुलिस ने फर्जी जज को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी पहचान अभिषेक अग्रवाल के रूप में हुई है। पुलिसिया पूछताछ में व्यक्ति ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है।
जांच में सामने आया है कि शराब के मामले में आरोपी आईपीएस अधिकारी को बचाने के लिए अभिषेक ने डीजीपी तक को फोन मिलाकर दबाव बनाया। हालांकि, कुछ ही घंटे में पूरा मामला सामने आ गया। आरोपी अभिषेक के साथ तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ में उगले कई राज
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने कई राज उगले हैं। अभिषेक ने कबूल किया है कि वह तत्कालीन अफसर को बचाने के लिए डीजीपी को फोन कर दबाव बनाता था। इतना ही नहीं इसी तरह वह अन्य लोगों को भी फोन लगाकर अपना काम निकलवाता था। उसके पास से नौ सिम कार्ड व दर्जनों मोबाइल फोन मिले हैं। 2018 में एक मामले में अभिषेक को गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भी भेजा जा चुका है।
कई अधिकारियों के साथ उठना-बैठना
जांच में सामने आया है कि अभिषेक का कई बड़े-बड़े अधिकारियों के साथ उठना बैठना था। समाज में रौब जमाने के लिए वह अक्सर अधिकारियों व नेताओं के साथ फोटो खिंचवाकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करता था। उसने दो आईपीएस अधिकारियों को भी इसी तरह ठगी का शिकार बनाया था। यहां तक कि कई बार वह गृहमंत्री का पीएस बनकर भी अफसरों को फोन कर चुका है।