बक्सर न्यूज़: स्वास्थ्य विभाग ऐसे चिकित्सकों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. जो लगातार ड्यूटी से नदारद रह रहे हैं. विभाग ने पटना प्रमंडल के विभिन्न जिलों में तैनात 62 डॉक्टरों से स्पष्टीकरण की मांग की है.
जिसमें 10 जिले के विभिन्न पीएचसी और अस्पतालों में तैनात हैं. स्वास्थ्य विभाग संयुक्त सचिव सुधीर कुमार ने एक पखवारे के अंदर सबसे स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही, हिदायत दी गई है कि स्पष्टीकरण नहीं देने पर विभाग एक तरफा कार्रवाई को बाध्य होगा. जिले के अलग-अलग पीएचसी, अनुमंडलीय अस्पताल एवं सदर अस्पताल से लगातार नदारद रहने वाले 10 डॉक्टरों से स्पष्टीकरण की मांग की गई है. इसमें दर्शाया गया है कि इससे पहले भी दो बार स्पष्टीकरण की मांग पर कोई जवाब नहीं दिया गया. सदर अस्पताल से डॉ. जयमित अंकुर, डॉ. साकार कुमार, डॉ. राजेश कुमार सिंह, सदर ब्लॉक के डॉ. दिनेश कुमार, अतिरिक्त प्राथमिक स्वाथ्य केन्द्र सरेंजा के डॉ. संतोष कुमार शर्मा, अनुमंडलीय अस्पताल डुमरांव के डॉ. रश्मि सिंह, डॉ. लोकेश कुमार, डॉ. माला सिन्हा, डॉ. राज आर्यन, अ. प्रा. स्वाथ्य केन्द्र आथर नावानगर के डॉ. ज्योति प्रकाश, स्वास्थ्य केन्द्र बेलहरी की डॉ. अनीशा रंजन एवं दुल्हिन बाजार सिमरी के चिकित्सक से स्पष्टीकरण की मांग की गई है.
नदारद रहने वालों के लिस्ट में नाम आने से चकित हुए डॉक्टर
लगातार ड्यूटी से नदारद रहने वालों डाक्टरों क लिस्ट में कई ऐसे नाम है जो पूरी तरह गलत है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों का कहना है कि अनुमंडलीय अस्पताल डुमरांव के डॉ. लोकेश कुमार पर नदारद रहने की शिकायत पिछले साल की गई थी जिसका जवाब उन्होंने साक्ष्य के साथ दिया था. कहा था कि समय से ड्यूटी करने के बावजूद उपस्थिति पंजी में गैरहाजिर दिखाया गया. डॉ. लोकेश कुमार के तर्क को तत्कालीन सिविल सर्जन ने स्वीकार किया था. बावजूद लिस्ट में नाम और स्पष्टीकरण मांगना कहा से जायज है. इसी तरह तीन डाक्टरों का भी यही कहना है.