पीएचसी में चार महीनों में 100 से अधिक टीबी के मरीज के मिलने के बाद विभाग सकते में
कटिहार: पीएचसी में चार महीनों में 100 से अधिक टीबी के मरीज के मिलने के बाद विभाग सकते में है. इनमें अधिकतर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले युवा, छात्र, वृद्ध व कामकाजी महिलाएं शामिल हैं.
पीएचसी में हर महीने 70 से 80 मरीज टीबी जांच के लिए आते हैं. जहां उनका मेडिकल चेकअप से पहले उनकी स्क्रीनिंग और मेडिकल हिस्ट्री चेक किया जाता है. पीएचसी में तैनात डॉ. नीरज कुमार ने बताया कि टीबी के अधिकतर मरीज अज्ञानता का शिकार हो जाते हैं. जिन्हें इस बीमारी के अधिक गंभीर होने के बाद जानकारी हो पाती है.
उन्होंने बताया कि समय से दवा व जांच होने के उपरांत टीबी के मरीज पूरी तरह ठीक हो जाते हैं. इनमें दिक्कत उन लोगों को होती है, जो किसी गंभीर बीमारी के शिकार हैं.
मरीजों की बढ़ती संख्या से स्वास्थ विभाग चिंतित पीएचसी में लगातार टीबी के बढ़ते मामले से जहां स्वास्थ विभाग चिंतित हैं.
वही इसकी जागरूकता व बचाव के लिए अभी तक कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया. एमओआईसी शब्बीर अख्तर ने बताया कि पीएचसी में टीबी के मरीजों का बेहतर तरीके से जांच के बाद इलाज किया जाता है. उनका मेडिकल चेकअप, स्क्रीनिंग, जांच, दवाइयां देना, डॉक्टरों की सलाह व बचाव के उपाय बताए जाते हैं. वहीं समय पर जागरूकता अभियान भी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा चलाया जाता है.
क्या कहते हैं एमओआईसी: एमओआईसी डॉ. शब्बीर अख्तर ने बताया कि पीएचसी में ऐसे मरीजों के बेहतर इलाज की व्यवस्था है. उनकी जांच,स्क्रिनिंग, चेकअप की सुविधा पीएचसी में उपलब्ध है.