गया न्यूज़: राज्य सरकार अगुवानी पुल को लेकर आईआईटी रुड़की की रिपोर्ट के अध्ययन में जुट गयी है. की शाम आईआईटी की टीम ने पथ निर्माण विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंपी है.
प्रथम दृष्टया रिपोर्ट में डिजाइन को लेकर सवाल उठाए गए हैं. हालांकि अभी विभाग की ओर से इस पर आधिकारिक बयान नहीं अया है. अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने भी रिपोर्ट के अध्ययन के बाद ही कोई प्रतिक्रिया देने की बात कही. हालांकि उन्होंने इतना अवश्य कहा कि अगुवानी पुल को नए सिरे से बनाया जाएगा और इसको लेकर भी सरकार ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है. दरअसल, गत वर्ष 30 अप्रैल को इसी पुल का एक हिस्सा गिरने के बाद आईआईटी रुड़की से इसकी जांच कराई गई थी. जांच रिपोर्ट आईआईटी रुड़की की टीम ने विभाग को पहले ही दी थी. उसमें भी उसने संरचनात्मक खामियां पाई गई थीं. इसके बाद उसे पूरे पुल की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया था. अब रिपोर्ट मिलने के बाद अधिकारी अध्ययन में जुटे हैं.
बी. राजेंदर को श्रम की भी जिम्मेदारी
सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव बी. राजेंदर को श्रम संसाधन विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है. अवकाश पर चल रहे एन. सरवन कुमार को ग्रामीण विकास विभाग का सचिव बनाया गया है. उन्हें बिहार तकनीकी सेवा आयोग का अध्यक्ष और सामान्य प्रशासन विभाग में जांच आयुक्त की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है.
डॉ. आशिमा जैन को विशेष सचिव, लघु जल संसाधन विभाग का जिम्मा केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटीं डॉ. आशिमा जैन को विशेष सचिव, लघु जल संसाधन विभाग का जिम्मा दिया गया है. मातृत्व अवकाश से लौटीं प्रतिभा रानी को दरभंगा का उपविकास आयुक्त बनाया गया है.