पटना न्यूज़: आसपास में जलजमाव व छतों, गमलों में पानी को लेकर अगर पटनावासी नहीं चेते तो पिछले वर्ष से भी ज्यादा डेंगू का प्रकोप इस वर्ष फैल सकता है. यही नहीं इस वर्ष डेंगू का प्रकोप लंबे समय तक बना भी रह सकता है.
कम बारिश के बाद भी जगह-जगह जलजमाव, छातें, अपार्टमेंट, खाली पड़े परिसर में मिले डेंगू के लार्वा के बाद केंद्रीय टीम ने यह चेतावनी दी है. राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (संचारी रोग) डॉ. अशेाक कुमार, जिला संक्रामक रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र प्रसाद संग दो दिनों तक पटना के अलग-अलग मोहल्लों का जायजा लिया था. टीम में नई दिल्ली के मलेरिया पदाधिकारी अनिल नेगी और पवन कुमार शामिल थे. टीम द्वारा पिछले दो दिनों तक पूर्व में प्रभावित रहे डेंगू के प्रभावित रहे पटना के मोहल्लों का भ्रमण किया गया. इनमें बिस्कोमान कॉलोनी, बजरंगपुरी, लोदीपुर, कदमकुआं, कंकड़बाग, महेंद्रू, पटना सिटी, राजवंशीनगर, पटेलनगर, सरिस्ताबाद समेत कई इलाके में जमे पानी का नमूना लिया गया. वहां कई जगह जमे पानी में डेंगू का लार्वा पाया गया. इसे चिंताजनक माना गया है.
फेको विधि से फिर शुरू हुआ ऑपरेशन
पीएमसीएच में आंखों में मोतियाबिंद का ऑपरेशन पुन फेको विधि से शुरू हो गया है. तीन मरीजों का इस विधि से निशुल्क ऑपरेशन विभागाध्यक्ष डॉ. नागेश्वर शर्मा की यूनिट में हुआ.
टीम में शामिल फेको सर्जन डॉ. नवीन कुमार, डॉ. सुनीता कुमारी, डॉ. अरशद इकबाल, पीजी छात्रा डॉ. नेहा, डॉ. उमेश, डॉ. प्रियंका शामिल थे. डॉ. नागेश्वर ने बताया कि फेको विधि से निशुल्क ऑपरेशन अब नियमित रूप से होगा. इससे पहले नई मशीन का उद्घाटन प्रचार्य डॉ. बीपी चौधरी, अधीक्षक डॉ. आईएस ठाकुर ने किया.