अकेले पटना में डेंगू के मरीजों की संख्या 2696 पहुंच गई है, जिसमें 65.39 प्रतिशत पुरुष और 34.6 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। डेंगू ने पिछले 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वर्ष 2016 में डेंगू के 845 मरीज थे लेकिन 2022 में ये आंकड़ा अभी तक ही तीन गुना से अधिक 2696 हो गया है। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है।
पटना। देश के कई बड़े शहरों में डेंगू इन दिनों अपना कहर बरपा रहा है। डेंगू के संक्रमण वाले मरीजों से जहां एक ओर अस्पताल भरे पड़े हैं वहीं दूसरी ओर कई मरीजों की जान भी डेंगू के कारण जा चुकी है। बिहार की राजधानी पटना में इन दिनों डेंगू कहर बरपा रहा है। अस्पतालों में डेंगू के संक्रमण वाले मरीजों की बड़ी संख्या है। राजधानी पटना से लेकर राज्य के सभी जिलों में डेंगू का अलर्ट कर दिया गया है। सूबे के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव खुद इसे लेकर खुद भी गंभीर हैं।
गौरतलब है कि इस बार अन्य वर्षों की अपेक्षा जहां डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है वहीं सर्वे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे भी हुए हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पटना में डेंगू का का सबसे बड़ा खतरा 21 से 30 साल वालों में है। जबकि 51 से 60 साल वालों में डेंगू का खतरा काफी कम है। नवजात से लेकर 50 साल तक के लोगों में संक्रमण की रफ्तार तेज पाई गई है। इसमें पहले नंबर पर जहां 21 से 30 साल वाले हैं, वहीं दूसरे नंबर पर 10- 12 वर्ष के बच्चे हैं। 31 से 40 वर्ष के लोग संक्रमण में तीसरे स्थान पर हैं।
स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने खुद संभाला है मोर्चा
सूबे के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव सूबे को डेंगू से बचाने के लिए हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। एक दिन पूर्व ही उन्होंने पटना में फॉगिंग के लिए 100 बड़े वाहन और 380 बाइक पर फॉगिंग मशीनों को रवाना किया है। इसके साथ ही डेंगू से लड़ाई के लिए पटना में 4 विभागों स्वास्थ्य विभाग, वन विभाग और नगर निगम के साथ कृषि विभाग को लगाया गया है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को अलर्ट मोड पर रहने के दिशा निर्देश दिए हैं। तेजस्वी यादव खुद ही इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
2016 के मुकाबले तीन गुना बढ़ी मरीजों की संख्या
अकेले पटना में डेंगू के मरीजों की संख्या 2696 पहुंच गई है, जिसमें 65.39 प्रतिशत पुरुष और 34.6 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। डेंगू ने पिछले 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वर्ष 2016 में डेंगू के 845 मरीज थे लेकिन 2022 में ये आंकड़ा अभी तक ही तीन गुना से अधिक 2696 हो गया है। डेंगू के बढ़ते मामलों को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने भी राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है।