मुजफ्फरपुर: लोगों से मिल रही लगातार शिकायतों के बाद जंक्शन के यूटीएस भवन को तोड़ने का काम रोक दिया गया है. पिछले तीन दिनों से काम बंद है. दरअसल यूटीएस भवन को तोड़ने के दौरान मानकों का उल्लंघन हो रहा था. कायदे से संबंधित एरिया में ग्रीन कवर या घेराबंदी तक नहीं की गई. ऐसे हालात में बुलडोजर आदि से भवन तोड़ने में धूल के साथ ही कंक्रीट के टुकड़े या मलबे भी उड़ रहे थे. इससे स्टेशन पर ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे पैसेंजरों को परेशानी हो रही थी. हवा में धूल-कण भरा होने से कई बार लोगों के लिए सांस लेना भी मुहाल हो रहा था. धूल का असर सड़क (स्टेशन रोड) से लेकर आसपास की दुकानों पर भी पड़ रहा था. ट्रैफिक व्यवस्था भी प्रभावित हो रही थी. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक हालात की गंभीरता को देखते हुए विशेष व्यवस्था की जा रही है. इसके तहत ऐसी अत्याधुनिक मशीन मंगाने की तैयारी है, जिससे भवन तोड़ने के दौरान धूल कम से कम उड़े. इसमें थोड़ा समय लग सकता है.
तीन महीने लेट चल रहा काम, 20 ही हुआ पूरा: दरअसल अमृत भारत योजना के तहत मुजफ्फरपुर जंक्शन को वर्ल्ड क्लास बनाया जाना है. इसपर 442 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इसे तीन साल में दिसंबर 20 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि, इसमें देरी हो सकती है. फिलहाल तीन महीने की देरी से काम चल रहा है. अब तक करीब 20 प्रतिशत काम ही हो सके हैं. वर्तमान में पायलिंग का काम चल रहा है. बीते को सुबह से रात तक हुई बारिश के कारण भी व्यवधान पड़ा है.