बिहार

ASI अशोक कुमार को बर्खास्त करने की मांग, सहरसा में फौजी की पिटाई के बाद सड़क पर प्रदर्शन

Admin4
18 July 2022 5:38 PM GMT
ASI अशोक कुमार को बर्खास्त करने की मांग, सहरसा में फौजी की पिटाई के बाद सड़क पर प्रदर्शन
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सहरसा: बीते दिनों वाहन जांच के दौरान आर्मी जवान ब्रजेश कुमार के साथ मारपीट की गई थी. ब्रजेश कुमार ने एएसआई अशोक कुमार (ASI Ashok Kumar) पर मारपीट का आरोप लगाया था. इस घटना के बाद आर्मी में गुस्सा देखने को मिल रहा है. आक्रोशित आर्मी जवान सहित पूर्व फौजियों ने पुलिस प्रशासन (Police Beaten Soldier In Saharsa) के खिलाफ सड़क सड़क पर उतरकर वीर कुंवर सिंह चौक एएसआई अशोक कुमार सिंह का पुतला दहन (Protest Against Beating Of Army Jawan) किया.

फौजी से मारपीट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन: जवान एएसआई अशोक कुमार सिंह पर जांच कर करवाई की मांग कर रहे हैं. दरअसल 13 जून को सदर थाना चौक पर सघन वाहन चेकिंग चल रहा था. इसी दौरान ब्रजेश कुमार अपनी मोटरसाइकल से जा रहे थे. जांच के क्रम में एएसआई अशोक कुमार ने जवान को रोका. जिसके बाद हेलमेट नहीं होने पर वाहन जांच कर रहे एएसआई अशोक कुमार सिंह और आर्मी के जवान के बीच बहस हो गयी. जिसके बाद एएसआई ने ब्रजेश कुमार को पीटना शरू कर दिया.

मारपीट का वीडियो हुआ था वायरल: सैनिक की पुलिस द्वारा पिटाई होने से लोगों की भीड़ जमा हो गई थी. उन्हीं में से कुछ लोगों ने पिटाई का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. वीडियो वायरल होने के बाद एसपी लिपि सिंह ने सदर एसडीपीओ को जांच कर रिपोर्ट देने की बात कह करवाई की बात कही. आज पुलिस के बर्बरता के खिलाफ आर्मी के जवान और पूर्व आर्मी के जवान सड़क पर उतरे और एएसआई अशोक कुमार का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया.इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित जवान ब्रजेश कुमार ने कहा कि शाम को चौक से गुजर रहा था. वाहन चेकिंग के दौरान मुझे रोका गया. मैं रूका और बाइक साइड में लगा दी. पुलिस ने पूछा हेलमेट कहां है? मैंने कहा हेलमेट नहीं है थोड़ी देर पहले चोरी हो गई. मेरे से पूछा गया कि क्या करते हो तो मैंने कहा आर्मी में हूं. मुझे आई कार्ड दिखाने को कहा गया लेकिन उस समय मेरे पास आईकार्ड नहीं था. मैंने कहा कि हमेशा अपने पास आई कार्ड नहीं रख सकते. मैं ड्यूटी पर नहीं हूं. पंजाब के अमृतसर में कार्यरत हूं और छुट्टी पर घर आया हूं.

पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष प्रवीण झा ने कहा कि बिना हेलमेट के अगर किसी को पुलिस पकड़ती है तो चालान होना चाहिए, जेल भेजना चाहिए. लेकिन इसी थाना चौक पर 13 तारीख को शाम के सात बजे फौजी को बुरी तरह से पीटा गया. उससे दो हजार रुपये की मांग भी की गयी थी. जवान को लाठी डंडे लात घूंसे से मारकर जख्मी कर दिया गया और थाना ले जाया गया.

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