बिहार

खादी कुर्ते की बढ़ी डिमांड, बुनकरों को ऑर्डर

Harrison
22 Sep 2023 1:52 PM GMT
खादी कुर्ते की बढ़ी डिमांड, बुनकरों को ऑर्डर
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बिहार | फेस्टिव सीजन शुरू होने वाला है. इस कारण खादी व सिल्क के कुर्ते की डिमांड बढ़ गयी है. बिहार-झारखंड के अलावा कई राज्यों से ऑर्डर मिला है.
नाथनगर के गोलदारपट्टी स्थित डीजीराम सिल्क मिल्स के डायरेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि फेस्टिव सीजन में अच्छा व्यापार होने की संभावना है. उनके पास पटना, बनारस, कानपुर, गया आदि जगहों से खादी के कपड़े का ऑर्डर आया है. इसके साथ लिनन सिल्क के कुर्ते व खादी लिनन मिक्स के चेक व रंगीन कपड़ों की अधिक बिक्री हो रही है. लिनन मिक्स में सौ से डेढ़ सौ रुपये मीटर तो खादी लिनन मिक्स में 80 से सौ रुपये मीटर बिक रहा है. जबकि खादी के कुर्ते 70 से 125 रुपये मीटर बिक रहा है. उन्होंने बताया कि दुर्गापूजा व दीपावली में लोग कुर्ता अधिक पहनते हैं, इसीलिए इसकी मांग आयी है. खादी का कुर्ता काफी आरामदायक होता है. इसके अलावा पुरैनी, कटोरिया आदि जगहों से बुनकरों को भी काफी ऑर्डर मिला है. इस सीजन भागलपुरी कुर्ता हरियाली का संदेश भी देगा. साथ ही कुर्ते में गुलाब का फूल, हरी पत्ती और तार के पेड़ भी दिखेंगे. सलमा सिल्क समिति के सचिव मुन्तकिम अंसारी ने बताया कि मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद आदि जगहों से हैंडवर्क, एम्ब्रॉयडरी, डिजिटल प्रिंट के कुर्ते का ऑर्डर मिला है. इन कपड़ों में गले व हाथ में एम्ब्रॉयडरी का काम किया हुआ है. इसके साथ मधुबनी प्रिंट व पिचवर्ड प्रिंट की डिमांड आयी है. पिचवर्ड प्रिंट में गाय, मोर आदि के प्रिंट उतारे जायेंगे. साथ ही ब्लॉक प्रिंट में गुलाब के फूल, तार के गाछ आदि दिखेंगे, जो हरियाली का संदेश देंगे.
पांच हजार लोगों को मिला रोजगार
मनोज ने बताया कि फेस्टिवल सीजन में पांच हजार से अधिक बुनकरों को रोजगार मिला है. जो अभी प्रतिदिन चार से पांच सौ रुपये की कमाई कर रहे हैं. इसी तरह अगर आगे ऑर्डर मिलता रहा तो बुनकरों के हाथ में काफी काम होगा और उनकी आर्थिक स्थिति संपन्न होगी. आर्थिक स्थिति संपन्न होने से बुनकर आगे भी अपना रोजगार बेहतर तरीके से कर सकेंगे.
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