बिहार
BJP-RSS और इस्लामी चरमपंथी संगठन PFI के बीच 'गहरा संबंध': कांग्रेस
Shantanu Roy
18 July 2022 11:41 AM GMT

x
बड़ी खबर
पटना। कांग्रेस की बिहार इकाई ने शनिवार को भाजपा-आरएसएस और इस्लामी चरमपंथी संगठन पीएफआई के बीच 'गहरा संबंध' होने का संदेह जताया। हाल में पुलिस ने राज्य की राजधानी पटना में पीएफआई के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया था। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा कि पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लों द्वारा पीएफआई के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किए जाने के बाद भाजपा ने जिस तरह से उन्हें (एसएसपी को) निशाना बनाया है, उससे संदेह और गहरा जाता है। उल्लेखनीय है कि पीएएफआई के गिरफ्तार सदस्यों के इस बयान को संवाददाता सम्मेलन में उद्धृत करने पर एसएसपी को निशाना बनाया गया कि ''वे लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की 'शाखा' की तर्ज पर शारीरिक प्रशिक्षण शिविर लगाते थे।'' ति
वारी ने दावा किया, ''जब पुलवामा आतंकवादी हमले में सुरक्षा कर्मियों की जान जाने की जांच की मांग की गई, तब भाजपा घबरा गई थी।'' उन्होंने कहा कि बिहार की सत्ता में साझेदार पार्टी (भाजपा) के सांसदों और विधायकों का ढिल्लों के खिलाफ आक्रामक रुख पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 'पटना मॉड्यूल' की जांच को नुकसान पहुंचाएगी। कांग्रेस के प्रवक्ता ने सवाल किया, ''भाजपा को बताना चाहिए कि क्यों जब कोई व्यक्ति आतंकवादी नेटवर्क की तह में जाने की कोशिश करता है, तब वह सक्रिय हो जाती है। ऐसा लगता है कि भाजपा-आरएसएस का पीएफआई और अन्य आतंकी संगठनों के साथ संबंध है। वह इसे सांप्रदायिक बयानों की आड़ में ढंकने की कोशिश करती है।'' तिवारी ने सवाल किया, ''उन्हें बताना चाहिए कि पीएफआई के साथ उनके प्रशिक्षण की समानता महज 'संयोग' है या 'प्रयोग' है।''

Shantanu Roy
Next Story