बेतिया न्यूज: बिहार के पश्चिम चंपारण स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक ही दिन एक रॉयल बंगाल टाइगर और एक तेंदुआ का शव मिला। एक दिन दो शव मिलने से विभाग के अधिकारी सकते में हैं। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को शाम रामपुरवा गांव के समीप जगहों से बाघ और तेंदुआ का शव बरामद किया गया है। ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद वन विभाग के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और जांच में जुट गए हैं। अधिकारी दोनों के मौत के अलग-अलग कारण की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया कि वन प्रमंडल दो अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रमपुरवा गांव के समीप एक खेत में एक वयस्क रॉयल बंगाल टाइगर का शव मिला है। बाघ के शव के उपर मिट्टी भी डाली गई थी। इससे संभावना जताई जा रही है कि शव को दफनाने की कोशिश की गई थी।
रमपुरवा गांव के समीप ही धनहिया रेता के सरेह मे एक तेंदुआ का भी शव मिला है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉक्टर नेशामणी के. ने बताया कि बाघ को जमीन के अंदर दफन पाया गया। बाघ के शव को देखने पर प्रतीत हो रहा है कि उसकी मौत 3 दिन पहले हुई थी। उन्होंने आशंका जताते हुए बताया कि बाघ की मौत करंट लगने से हो सकती है, क्योंकि जिस गन्ने के खेत में बाघ का शव मिला है, उस खेत में बिजली की तार गुजरी हुई है। इसमें फंसकर बाघ की मौत हो गई हो और लोगों ने डर से उसके शव को जमीन के अंदर दफना दिया हो। उन्होंने कहा कि तेंदुआ का शव संदिग्ध स्थिति में मिला है। उन्होंने कहा कि तेंदुआ की मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। उन्होंने शिकारियों द्वारा मारे जाने से इंकार करते हुए कहा कि वे शव नहीं छोड़ते।