दरभंगा: एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मिलिंद वाई नादकार ने कहा कि देश में दर्जनों नए मेडिकल कॉलेज खुलने से आने वाले दिनों में चिकित्सकों की कमी दूर हो जाएगी. दवा और मरीजों के इलाज को लेकर नए-नए शोध हो रहे हैं. मरीजों के बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों को भी अपडेट रहना बेहद जरूरी है.
दरभंगा मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया के बिहार चैप्टर के वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद वे चिकित्सकों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सम्मेलन के आयोजन से केवल चिकित्सक ही नहीं मरीजों को भी लाभ पहुंचता है. अनुभव का आदान-प्रदान होने से इलाज में नई- नई तकनीक अपनाई जाती है. छोटे सेंटरों में सम्मेलन का आयोजन होने से उभरते हुए चिकित्सकों को काफी लाभ पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि दरभंगा में आयोजित कॉन्फ्रेंस के दौरान कई नई बातें निकलकर सामने आई.
एपीआई के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. एके दास ने कहा कि एसोसिएशन की ओर से चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने के साथ ही सामाजिक सरोकार भी निभाया जाता है. विभिन्न स्कूलों में जाकर चिकित्सक बच्चों का मेडिकल चेकअप कर उन्हें स्वस्थ्य रहने के टिप्स भी देते हैं. आपदा के समय भी एसोसिएशन की ओर से अपना दायित्व निभाया जाता है. उन्होंने वरीय चिकित्सकों को भी एसोसिएशन से जोड़ने का आह्वान किया.
आर्यभट्ट ज्ञान विवि व लनामिवि के पूर्व कुलपति डॉ. समरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में शोध का काफी महत्व होता है. शोध के जरिए ही नई- नई तकनीक सामने आ सकती हैं. इस मौके पर अतिथियों ने स्मारिका और मेडिकल अपडेट का लोकार्पण किया. मेडिकल अपडेट का संपादन डॉ. पंकज मोहन श्रीवास्तव ने किया है. इस मौके पर डॉ. बीबी ठाकुर, डॉ. पीके अग्रवाल आदि ने भी संबोधित किया. डॉ. आरके झा ने सेक्टरी की रिपोर्ट पेश की. स्वागत आयोजन सचिव डॉ. आरके दास ने किया. धन्यवाद ज्ञापन आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. यूसी झा ने किया.