बिहार

दलित नाबालिग का अपहरण के बाद महीनों किया सामूहिक दुष्कर्म, गांव के युवकों पर ही आरोप

Shantanu Roy
15 Nov 2021 10:15 AM GMT
दलित नाबालिग का अपहरण के बाद महीनों किया सामूहिक दुष्कर्म, गांव के युवकों पर ही आरोप
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बिहार के पश्चिमी चंपारण (West Champaran) जिले के एक गांव में दलित नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पीड़ित का आरोप है कि गांव के युवकों ने उसका सामूहिक दुष्कर्म किया

जनता से रिश्ता। बिहार के पश्चिमी चंपारण (West Champaran) जिले के एक गांव में दलित नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पीड़ित का आरोप है कि गांव के युवकों ने उसका सामूहिक दुष्कर्म किया और उसे धान के खेत में फेंककर फरार हो गए. घटना नरकटियागंज के गौनाहा थाना क्षेत्र की है. नाबालिग को गंभीर हालत में अनुमंडलीय अस्पताल से बेतिया रेफर कर दिया है.

बताया जा रहा है कि परिजनों ने एक माह पहले अपहरण का मामला दर्ज कराया था. घटना बीती रात की बताई जा रही है. हालांकि, उसका अपहरण एक महीने पहले किया गया था. पीड़ित ने बताया कि गांव के ही युवकों ने अपहरण कर उसके साथ गलत काम किया है. नाबालिक के पिता ने एक माह पहले थाने में अपहरण का मामला दर्ज कर 5 लोगों को आरोपित बनाया था, जिसमें पीड़ित परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
दरअसल, पश्चिमी चंपारण जिले के गौनाहा थाना क्षेत्र के एक गांव से आरोपी नाबालिग लड़की का अपहरण कर गोरखपुर में रखकर लगातार दुष्कर्म करते रहे. नाबालिग ने बताया कि घर में सोने के दौरान अचानक दरवाजा खटखटाया गया, जब दरवाजे को खोला तो गांव के तीन युवक अनिल इंसेआरुल समेत तीन युवकों ने मुंह-हाथ बांधकर टेम्पो में बैठाकर नरकटियागंज स्टेशन लाए. जहां नाबालिक की तीनों ने जमकर पिटाई की और गांव के ही इन्जुल हक को सौंप दिया.
नाबालिग ने बताया कि उसके बाद इन्जुल हक ने नाबालिक को गोरखपुर में रखकर महीनों तक दुष्कर्म किया और इसी दौरान एक दिन पीड़ित नाबालिग मौका देखकर भाग गई. जब वह नरकटियागंज पहुंची तो आरोपियों ने उसे यहां पर पकड़ लिया. शोर मचाने पर नाबालिग को बेहोश कर दिया और उसके घर के पिछवाड़े धान के खेत में फेंककर फरार हो गए. जहां परिजन उसे आनन-फानन में नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल लाए, चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया.
वहीं, पीड़ित के पिता ने बताया कि 7 अक्टूबर के रात से लड़की लापता हो गई थी. काफी खोजबीन की गई, लेकिन जब वो नहीं मिली तो 20 अक्टूबर को गौनाहा थाना में मामला दर्ज करवाया गया. हालांकि, पुलिस की लापरवाही से मेरी बेटी नहीं मिली. अचानक रात्रि में खेत के समीप देखा तो मेरी बेटी मिली, जिसे इलाज करवाने के लिए अस्पताल लाए हैं, उन्होंने प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाई है.
मामले में गौनाहा थानाध्यक्ष राजीव नंदन सिंह ने बताया कि पूर्व से अपहरण का मामला दर्ज है, जिसमे कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. नाबालिग लड़की का पुलिस अभिरक्षा में मेडिकल टेस्ट करवाया जा रहा है. जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा.


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