पटना: साइबर ठगों ने अलग-अलग बहाने से सीआरपीएफ जवान और पटना पुलिस के सिपाही सहित नौ लोगों से 5.86 लाख रुपये ठग लिए. शातिरों ने एसपी का दोस्त बताकर सिपाही को ठगा.
नौबतपुर निवासी सीआरपीएफ के जवान बीते सात को ट्रेन से जम्मू जा रहे थे. तभी साइबर ठगों ने यूपीआई के माध्यम से उसके खाते से एक लाख 70 हजार रुपये निकाल लिए, वहीं शातिरों ने खुद को एसपी का दोस्त बताकर बैरिया निवासी पटना पुलिस के सिपाही को जरूरी काम बताकर 10 हजार रुपये अपने खाते में स्थानांतरित करवा लिए. दानापुर छावनी निवासी सेना के जवान से क्रेडिट कार्ड अपडेट करने के बहाने 43 हजार ठग लिए. वहींआपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक वरीय अधिकारी योनो एप डाउनलोड करने के 34 हजाररुपये निकाल लिए गए.
चहीं कंकड़बाग निवासी महिला का बेटा भुवनेश्वर स्थित एक संस्थान से पढ़ाई कर रहा है. बीते दिनों एक शातिर ने फोन कर कहा कि आपके बेटे को बंधक बना लिया गया है. छोड़ने के लिए 70 हजार रुपये मांगे. महिला ने 60 हजार रुपये ठग के बताए खाते में स्थानांतरित कर दिए.
बाद में पता चला कि बेटा सुरक्षित है. क्लास में होने के कारण उसने फोन नहीं उठाया था.
गार्ड ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, दो दिनों से पड़ी थी लाश: सिक्योरिटी गार्ड ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना का खुलासा की सुबह आठ बजे उस वक्त हुआ जब गार्ड के कमरे में गिरा खून बहकर बाहर आने लगा. पीरबहोर थानांतर्गत मखनियां कुआं दुर्गा मंदिर के पीछे स्थित लॉज में हुई इस घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा. भीतर फंदे पर लटकती सूरज () की लाश मिली. शव दो दिन पुराना था. खगड़िया जिले का रहने वाला सूरज पीएमसीएच में गार्ड था.
उसके मोबाइल को पुलिस ने जब्त कर लिया है. पीरबहोर थानेदार अब्दुल हलीम ने बताया कि पुराना होने के कारण शव से खून गिरने लगा था. आत्महत्या के कारणों का पता पुलिस लगा रही है. इस बाबत यूडी केस (अप्राकृतिक मौत) का कांड दर्ज किया गया है.