बिहार

साइबर अपराधों की जांच के लिए खुलेगा साइबर थाना

Admin Delhi 1
27 May 2023 10:40 AM GMT
साइबर अपराधों की जांच के लिए खुलेगा साइबर थाना
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नालंदा न्यूज़: जिले में साइबर थाना खुलने का मार्ग प्रशस्त हो गया है. गृह विभाग के आरक्षी विभाग ने पत्र जारी कर इसकी सूचना दी है. थाने में एक डीएसपी, चार इंस्पेक्टर समेत कुल 15 पुलिसकर्मी होंगे. ज्योति शंकर को जिले का पहला साइबर डीएसपी बनाया गया है.

पत्र के अनुसार बढ़ते साइबर अपराध को देखते हुए सभी जिलों में साइबर थाना खोलने की स्वीकृति मिल गयी है. थाने में एक डीएसपी, चार इंस्पेक्टर, तीन दारोगा, एक प्रोग्रामर, दो सिपाही, तीन डाटा सहायक व एक चालक सिपाही होंगे. साइबर अपराधों की एफआईआर, अनुसंधान व छापेमारी करने के अलावा जागरूकता फैलाना व बचाव के उपाय बताना भी इनका काम होगा.

कांडों की जांच इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी करेंगे. पर्यवेक्षण डीएसपी या थानाध्यक्ष करेंगे. प्रतिवेदन एसपी को सौंपना होगा. एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि थाना खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. जल्द ही इसपर काम शुरू हो जाएगा. फिलहाल नये डीएसपी साइबर अपराध से संबंधित मामलों को देखेंगे.

नालंदा के लिए बहुत जरुरी है साइबर थाना नालंदा के लिए साइबर थाना बहुत जरुरी है. साइबर अपराधों की बात करें तो झारखंड का जामताड़ा व नालंदा का कतरीसराय पूरी दुनिया में बदनाम है. माना जाता है कि साइबर अपराधों की शुरुआत इन्हीं दो स्थानों से हुई.

अब तो जिले के लगभग सभी प्रखंडों के अलावा आसपास के जिलों में भी इसका जाल फैल गया है. पढ़े-लिखे युवा भी इस अपराध के प्रति आकर्षित हो रहे हैं.

हर महीने दूसरे राज्यों की पुलिस यहां छापेमारी के लिए आती है. अब तक जिले के हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी हो चुकी है. इक्का-दुक्का मामलों का ही उद्भेदन हो पाया है. साइबर थाना खुलने से यह उम्मीद बढ़ गयी है कि अब लोगों के रुपये सुरक्षित रहेंगे. इधर साइबर अपराध बढ़ने से जिले सहित सूबे के लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

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