बिहार

साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन को गिरफ्तार किया

Admindelhi1
10 April 2024 7:11 AM GMT
साइबर थाना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन को गिरफ्तार किया
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गिरोह के तीन ठगों को गिरफ्तार कर लिया

पटना: मढौरा में ऑनलाइन साइबर ठगी करने वाले गिरोह के तीन ठगों को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

इन लोगों के पास ठगी कर मंगाया गया कैमरा, उसका लेंस, ईयर बड सहित अन्य सामग्री भी बरामद की गई है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक मढौरा में अमेजन सॉल्यूशन कोरियर कंपनी के डिलीवरी बॉय से सांठ-गांठ कर फर्जी ग्राहक बनकर कंपनी का माल हड़पने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. इस मामले में उक्त कंपनी के द्वारा साइबर थाना छपरा में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. इसके बाद साइबर थाना ने जब जांच शुरू की तो पता चला कि इस कंपनी के डिलीवरी बॉय की मिलीभगत से कुछ ग्राहक फर्जी नाम से पार्सल मंगाते हैं और पार्सल को खोलकर असली सामान निकालकर उसमें स्क्रेप या डमी सामान भरकर उसे कंपनी को वापस कर देते हैं.

इससे कंपनी को काफी आर्थिक नुकसान हो रहा था. इस मामले में साइबर थाना के थानाध्यक्ष ने मढौरा के आटा निवासी रविन्द्र प्रसाद के पुत्र सत्येंद्र कुमार और चंचल प्रसाद के पुत्र मुन्ना कुमार जबकि शिल्हौरी निवासी अनिल कुमार प्रसाद के पुत्र सुमंत कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. इन लोगों के पास से फर्जी नाम पर मंगाए गए सोनी कंपनी का कैमरा, उसका लेंस और एक ईयर बड बरामद किया गया है

नाम पर ठगी करने वाला धराया

शहर के घोष मोड़ के समीप लॉटरी के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक युवक को नगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए युवक के पास से दो मोबाइल, 5 सौ 50 रुपए नगद, तीन कॉपी समेत अन्य कई कागजात बरामद किए गए .

गिरफ्तार युवक शहर के पुरानी चौक मोहल्ले का जितेन्द्र महतो बताया गया है. नगर इंस्पेक्टर ओम प्रकाश चौहान ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि शहर के घोष मोड़ के समीप एक दुकानदार अपनी दुकान में लॉटरी के नाम पर लोगों को ठगने का काम करता है. इसके बाद नगर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर अजय कुमार को पुलिस बल की टीम के साथ मौके पर भेजा गया. पुलिस की टीम जब वहां पहुंची तो देखा कि लोगों की भीड़ जुटी हुई है. पुलिस को देखते ही वहां खड़े लोग भागने लगे. पुलिस ने पीछा कर दुकानदार को दबोच लिया. उसके पास से बरामद किए गए मोबाइल की जांच की गई तो पता चला कि व्हाट्सएप के एक ग्रुप में लॉटरी का लेखा-जोखा है.

उसपर ही हिसाब-किताब किया गया है. पूछताछ के दौरान दुकानदार ने बताया कि जीरो से नौ तब के अंक का लॉटरी खेलाया जाता है. उसने बताया कि लॉटरी में उसके गिरोह में शामिल सदस्य लोगों को ठगने का काम करते हैं. मामले में पूछताछ करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया.

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