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सुपौल। इन दिनों बिहार में अपराधी बेखौफ हैं। बेखौफ होकर अपराधी दिनदहाड़े आपराधिक वारदातों को अंजाम देकर मौके से फरार हो पुलिस को खुली चुनौती देते हैं। हालांकि पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर जेल भी भेजा जाता है लेकिन अपराधी अपनी आदतों से बाझ नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला बीते 30 जनवरी का है। जहां सुपौल जिले के प्रतापगंज थाना क्षेत्र के एसभीके बालिका प्लस टू विद्यालय के शिक्षक मिथिलेश कुमार पर स्कूल परिसर में फायरिंग किए जाने के मामले में पुलिस ने दो बदमाश को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
दिनदहाड़े विद्यालय परिसर में हुई गोलीकांड को लेकर पुलिस अधीक्षक डी० अमरकेश ने गंभीरता से लेते हुए वीरपुर एसडीपीओ पंकज कुमार मिश्रा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर घटना के उद्भेदन व अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर सख्त निर्देश दिया था। एसपी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने सूचना संकलन वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर सनलिप्त बदमाशों की पहचान कर भागने की दिशा में पीछा करते हुए घटना घटित होने के 1 घंटे के भीतर ही थाना क्षेत्र के इमामपट्टी टेकुना गांव के पास से सहरसा जिले के दो बदमाशों सिकंदर कुमार और सोनबरसा राज थाना क्षेत्र के कोपा वार्ड संख्या 13 निवासी अंशु कुमार को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाशों ने घटना में संलिप्तता स्वीकार कर पूछताछ के दौरान बताया कि उनके दोस्त करजाईन निवासी रितेश्वर वहीदा उर्फ गौतम जो शिक्षक मिथिलेश के रिश्तेदार हैं उनके द्वारा जान से मारने के लिए दोनों अपराधियों को मंगाया गया था।
गिरफ्तार युवक सहित मंगाने वाले घटना से 1 दिन पूर्व नेपाल गए रातभर ठहरने के बाद पूरी प्लानिंग के साथ प्रतापगंज स्कूल पहुंच घटना को अंजाम दिया। पकड़े गए दोनों अपराधियों पर सहरसा के सदर थाना, सोनबरसा राज थाना, सिमरी बख्तियारपुर थाना में लूट और अपहरण के मामले दर्ज हैं। मामले का खुलासा करते हुए सुपौल एसपी डी० अमरकेश ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला प्रेम प्रसंग का प्रतीत होता है, मामले को लेकर गंभीरता से जांच की जा रही है। फिलहाल गिरफ्तार दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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