मधुबनी: पियक्कड़ और उदंड स्वभाव का पवन महतो रुपए की चाह में हैवानियत की सीमा लांघ गया. यह खुलासा पवन की ससुराल में रोते बिलखते उनके साले, सरहज व साली ने किया.
आंगन में गले में उतरी पहनकर बैठे संतोष महतो, उनकी पत्नी श्वेता देवी, बहन पूनम देवी, बहन राधा देवी, चचेरी बहन सुनैना देवी सहित अन्य लोग चर्चा कर रहे थे कि हैवान पवन ने न सिर्फ अपनी पत्नी और सास की हत्या कर दी बल्कि पत्नी के गले में पहना मंगलसूत्र व सास के नाक व कान में नथिया और बिंदी को भी नोच लिया. प्रमिला देवी का गला (पैसे रखने का बॉक्स) भी खाली था. शक है कि मां के रखे रुपये दामाद ने देख लिया होगा. रुपये निकालने पर ही झगड़ा शुरू हुआ होगा. पूनम ने बताया कि मां घर के आगे ही कटघरे में दुकान चलाती थी और रुपये को संजोकर रखती थी.
करीब दिन पहले पवन महतो चचेरे साले की बेटी की शादी में सुखेत आया तो वापस नहीं गया. वह सास से 50 हजार रुपये होटल खोलने के लिए मांग रहा था. प्रमिला देवी के पास कुछ रुपये जमा थे पर वह उसे देना नहीं चाहती थी. क्योंकि इससे पहले भी जो रुपये दिया था उससे उसने कोई जरूरी काम नहीं किया. रुपये लेकर कुछ ही दिन में वह शराब आदि में खर्च कर देता था और फिर मारपीट करने लगता था. रोते रोते पूनम कहती है इतना बड़ा कांड हो गया और अभी तक पुलिस ने एक भी लोग को गिरफ्तार नहीं किया. हम लोग दहशत में जी रहे हैं.
प्रशासन की मुस्तैदी के बीच हुआ चारों का अंतिम संस्कार: सनकी दामाद और पति की शिकार मां-बेटी की चिता एक साथ सजी. सुखेत पंचायत के बलियार मल्हानी पोखर महार पर प्रशासन की मुस्तैदी के बीच अंतिम संस्कार किया गया. संतोष महतो ने मां प्रमिला देवी व बहन हिरण देवी को मुखाग्नि दी. झंझारपुर थाना के एसआई नीतीश कुमार दलबल के साथ मौजूद थे. मां-बेटी की चिता के बगल में ही प्रिया कुमारी और प्रीति कुमारी के शव को दफनाया गया. मां की चिता देख बड़ी बेटी किरण देवी, पूनम देवी और राधा देवी की चीत्कार से लोगों की आंखें नम हो रही थी. संतोष की पत्नी श्वेता देवी अपने तीनों ननद को संभालते-संभालते हुए खुद भी रोने लगती थी. अंतिम संस्कार में पहुंचे सभी लोग घर के दामाद पवन महतो को जल्द गिरफ्तार कर फांसी की मांग कर रहे थे.