मुजफ्फरपुर न्यूज़: बिहार विधान परिषद में प्रश्नोत्तर काल के दौरान भोजपुरी भाषा में द्विअर्थी व अश्लील शब्दों के इस्तेमाल को लेकर सत्ता पक्ष व विपक्ष के सदस्यों के बीच खूब नोकझोंक हुई. बात तब और बढ़ गयी जब प्रश्नकर्ता राजद के डॉ. सुनील कुमार सिंह ने भोजपुरी भाषा में ही प्रश्न को रखा और कहा कि भाजपा द्विअर्थी गीतों को गाने वाले कलाकारों को टिकट देकर संसद में भेज देती है. तीन ऐसे सांसद भाजपा से बने हैं.
उन्होंने कहा कि भोजपुरी भाषा को बदनाम करने को गानों का कुप्रभाव बढ़ रहा है. महिलाओं के सामने वैसे शब्दों का प्रयोग भी नहीं किया जा सकता है. इसके बाद विपक्षी सदस्य एक साथ उठ खड़े हुए और सदन में शोरगुल होने लगा. विपक्षी सदस्य नवल किशोर यादव ने कहा कि सदन में परंपरा बन रही है कि पूरक पूछने की जगह सत्ता पक्ष के सदस्य फिलॉसिफी देने लगते हैं, अगर यही होना है, तो सब के लिए यही व्यवस्था कर दी जाए. इस पर सुनील सिंह ने कहा कि सुनने की शक्ति अगर प्रतिपक्ष में नहीं है तो, उनकी बातों को कार्यवाही से हटा दिया जाए.
भाजपा के देवेश कुमार ने कहा कि इन्हें ज्ञान की कमी है. इस पर सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने नियमन दिया कि जो व्यक्ति सदन के सदस्य नहीं हैं, उन पर चर्चा नहीं की जा सकती है. इस बीच, भाजपा के नवल किशोर यादव ने कहा कि इनकी ही सरकार है, बैठकर तक कर लें, भोजपुरी में क्या-क्या बोलना है और नहीं बोलना है.
जेलों में जैसे रखना है, रखिए हमको कुछ नहीं बोलना है..
निर्दलीय महेश्वर सिंह बिहार के जेलों में बंदियों की स्थिति से जुड़े अपने प्रश्न के सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव द्वारा दिए गए जवाब से असंतुष्ट दिखे. कहा कि जेलों में जैसे बंदियों को रखना है रखिए हमको कुछ नहीं बोलना है. दरअसल, इसके पूर्व प्रश्न के जवाब में प्रभारी मंत्री श्री यादव ने बताया कि राज्य की जेलों में पुरुष बंदियों की क्षमता 45,736 एवं महिला बंदियों की संख्या 2014, कुल 47,750 है, जिसके विरुद्ध काराओं में 59,378 पुरुष बंदी और 2,370 महिला बंदी है. मंत्री ने कहा कि राज्य में नये कारा भवन मंडल कारा, भभुआ, जमुई, औरंगाबाद, अरवल एवं उपकारा, पालीगंज का निर्माण कार्य पूरा हो गया है. इसके अतिरिक्त राज्य के 15 काराओं में 33 अदद बंदी कक्ष के निर्माण की स्वीकृति दी गयी है.