बिहार से झारखंड को जोड़ने वाली एनएच 80 सड़क का निर्माण पड़ा सुस्त
भागलपुर न्यूज़: बीरबल की खिचड़ी के तर्ज पर भागलपुर से बिहार के रास्ते झारखंड को जोड़ने वाली जर्जर एनएच 80 सड़क का निर्माण हो रहा है. टेंडर फाइनल होने के करीब दो साल बाद भी जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक और दोगच्छी से घोरघट तक सड़क का चौड़ीकरण व पक्कीकरण का काम नहीं हो पाया. हालत यह है कि दो साल में काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है लेकिन एक किमी भी पीक्यूसी नहीं ढाली जा सकी है.
जीरोमाइल से मिर्जाचौकी तक 58 किमी सड़क के निर्माण की डेटलाइन 3 नवंबर 2024 है. इसके निर्माण की जिम्मेदारी अरुणाचल प्रदेश की कंपनी टीटीसी इंफ्रा जेवी को मिली है. इसे 4 नवंबर 2022 को अप्वाइंटमेंट डेट मिला था कि दो साल के अंदर काम पूरा कर सड़क हैंडओवर करें. दोगच्छी से घोरघट तक 40 किमी सड़क निर्माण का ठेका राजस्थान की एमजी कंस्ट्रक्शन को दिया गया है. इसे एक फरवरी 2023 को अप्वाइंटमेंट डेट देते हुए दो साल के अंदर यानी 31 जनवरी 2025 तक काम पूरा करने को कहा गया है लेकिन कहीं भी एक कदम पक्की सड़क नहीं बनाई गई है.
अभियंता बताते हैं कि घोघा से पक्कीसराय के बीच थर्ड लेयर का मिट्टी-कंक्रीट मिक्स डीएलसी (ड्राई लीन कंक्रीट) वर्क हो गया है. करीब तीन किमी तक मिट्टी वाली सड़क (बेड तैयार) बनाई गई है. अब इस पर 330 एमएम का पीक्यूसी (पेवमेंट क्वालिटी कंक्रीट) ढाला जाना शेष है. इसके लिए ठेका एजेंसी मानसून का इंतजार कर रही है.
घोघा से पक्कीसराय तक 3 किमी हुआ डीएलसी काम
दोगच्छी से अकबरनगर तक निर्माण के नाम पर डायवर्जन बनाया गया है. अब श्रावणी मेला को लेकर 30 जून तक एनएच 80 को मोटरेबल बनाने का लक्ष्य दिया गया है. यहां डीएलसी कार्य बरसात के बाद ही हो सकेगा. उसके बाद पीक्यूसी ढाला जाएगा. सहायक अभियंता अंकित कुमार भगत ने बताया कि दोनों एजेंसी को पीक्यूसी ढालने का निर्देश कई बार दिया जा चुका है. घोघा-पक्कीसराय में तीन किमी तक डीएलसी हो गया है लेकिन तापमान अधिक रहने से पीक्यूसी शुरू नहीं हो पा रहा है.