बिहार

पटना मेट्रो 4 एलिवेटेड स्टेशन के मुख्य द्वार का निर्माण शुरू

Admindelhi1
15 March 2024 4:48 AM GMT
पटना मेट्रो 4 एलिवेटेड स्टेशन के मुख्य द्वार का निर्माण शुरू
x
पहले चरण में स्टेशन के दोनों तरफ आगमन और प्रस्थान द्वार बनाने के लिए पाइलिंग की जा रही है

पटना: पटना मेट्रो कॉरिडोर-2 के चार एलिवेटेड स्टेशन के मुख्य द्वार का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. इसके पहले चरण में स्टेशन के दोनों तरफ आगमन और प्रस्थान द्वार बनाने के लिए पाइलिंग की जा रही है. स्टेशन अगले माह से आकार लेने लगेगा. वहीं अक्टूबर तक मलाहीपकड़ी, भूतनाथ, जीरोमाइल और (न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल) आईएसबीटी स्टेशन का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा. कॉरिडोर-2 में पांच एलिवेटेड स्टेशन का निर्माण होना है. जिसमें खेमनीचक इंटरचेंज स्टेशन है. यहां मेट्रो के सभी रूटों के लिए ट्रेन मिलेगी. इस स्टेशन के पास कई लाइनों का निर्माण हो रहा है. इसे पूरा होने के बाद खेमानीचक स्टेशन का निर्माण शुरू होगा.सिग्नल और पटरी का अब तक नहीं निकला है टेंडर

कॉरिडोर-2 के एलिवेटेड और भूमिगत लाइन का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. एलिवेटेड लाइन में लगभग 90 प्रतिशत यू-गर्डर लगा दिया गया है. जिसपर अब पटरी बिछाया जाना है. वहीं सिग्नल का कार्य होना है. लेकिन दोनों के लिए अब तक टेंडर जारी नहीं हुआ है. जानकारी के अनुसार इस माह में भी अगर टेंडर जारी होता है, तो संवेदक चयन होते-होते चार से पांच माह का समय लग जाएगा. तब तक एलिवेटेड के स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.

कई जगहों पर पिलर का निर्माण जारी

मलाही पकड़ी से खेमनीचक, खेमनीचक से भूतनाथ और जीरो माइल से आईएसबीटी स्टेशन को जोड़ने के लिए एनएच के बीच में पिलर का निर्माण किया जा रहा है. इस दौरान खेमनीचक के समीप एनएच के बीच में बने पिलर पर यू-गर्डर भी रखा जा रहा है. जीरोमाइल के समीप एनएच के बीच में पिलर का निर्माण किया जा रहा है. इन सभी जगहों पर एनएच के बीच में पिलर का निर्माण करने के बाद एक-दूसरे लाइन को जोड़ने के लिए यू-गर्डर, टी-गर्डर और आई-गर्डर से लगाया जाएगा. जानकारी के अनुसार तीन तरह के गर्डर होते हैं. जहां जिस गर्डर की जरूरत होती है, वहां उसे लगाया जाता है.

पटना मेट्रो का निर्माण तेजी से चल रहा है. निर्माण एजेंसी के कार्यों का लगातार मुख्यालय स्तर से मॉनिटरिंग की जा रही है. सिग्नल और रोलिंग स्टॉक का टेंडर जायका के फंड से होना है. इसमें जायका की कुछ शर्ते हैं, जिसे पूरा किया जा रहा है.

संतोष कुमार मल्ल, प्रधान सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग

Next Story