बिहार

गंगा पर 6 लेन पुल का निर्माण अटका

Admin Delhi 1
19 May 2023 9:22 AM GMT
गंगा पर 6 लेन पुल का निर्माण अटका
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पटना न्यूज़: पटना में गंगा नदी पर जेपी सेतु के समानांतर छह लेन पुल का निर्माण अटक गया है. जनवरी में इसके निर्माण के लिए निविदा जारी हुई थी पर अब तक केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी नहीं मिलने से आगे का काम रुका हुआ है. इस पुल के निर्माण के लिए पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (पीआईबी) की मंजूरी के बाद निविदा जारी की गई थी. उम्मीद लगायी जा रही थी कि कैबिनेट की सहमति जल्द मिल जाएगी पर चार माह बाद भी यह नहीं हो सका है.

इस संबंध में वरीय पदाधिकारी बताते हैं कि पीआईबी की मंजूरी के बाद भी निविदा जारी की जाती है. इस बीच कैबनेट से स्वीकृति ले ली जाती है. लेकिन, इस पुल को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्रालय ने कुछ तकनीकी बिंदुओं पर जानकारी मांगी, जिसका जवाब दो माह पहले ही भेज दिया गया है. बताया कि अब कैबिनेट की स्वीकृति के बाद ही रुका हुआ काम आगे बढ़ेगा.

संपर्क होगा सुगम इस नये छह लेन का पुल बन जाने से उत्तर बिहार से पटना का संपर्क और सुगम हो जाएगा. गंगा नदी पर जेपी सेतु के बाद यह एक और वैकल्पिक होगा, जिससे दोनों ओर के लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत होगी.

सर्वे में हो चुका है संभावित ट्रैफिक लोड का आकलन

पुल के निर्माण की स्वीकृति प्रस्ताव तैयार करने के पहले इसके संभावित ट्रैफिक लोड का भी आकलन किया गया था. कितने वाहन इस पुल से आवागमन करेंगे, आदि का भी सर्वे किया गया था. इसके बाद ही इसके निर्माण का निर्णय लिया गया था.

दीघा में जेपी सेतु के पश्चिम से पुल शुरू होगा

पटना जिले के दीघा में वर्तमान जेपी सेतु के पश्चिम से यह पुल शुरू होगा, जो सोनपुर तक जाएगी. मालूम हो कि शुरुआत में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने इसके डीपीआर पर काम किया था. बाद में केंद्र सरकार अपने खर्च पर पुल निर्माण के लिए सहमत हो गई. इसके बाद भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने इसके डीपीआर पर काम किया.

उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने का यह एक बेहतर माध्यम होगा. खासकर राजधानी पटना से सारण, सीवान, गोपालगंज और वैशाली सीधे जुड़ जाएगा. वर्तमान जेपी सेतु में नीचे रेलवे लाइन और ऊपर सड़क है. रेल पुल का निर्माण पहले से चल रहा था, जिसपर सड़क पुल बाद में केंद्र से पास हुआ. ऐसे में सड़क पुल को अधिक चौड़ा किया जाना मुश्कित था. इसलिए यह दो लेन पुल ही बना. ऐसे में बढ़ती आबादी और वाहनों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि होने के कारण छह लेन पुल के निर्माण का फैसला किया गया

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