बेगूसराय: भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जी-20 सम्मेलन के अवसर पर राष्ट्रपति के रात्रिभोज में शामिल होकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घरेलू राजनीति को परे रखा. लेकिन उनकी सरकार के मंत्री और प्रवक्ताओं ने भारत की बड़ी कूटनीतिक सफलता पर ओछे बयान देकर वैश्विक मुद्दों पर नासमझी दिखाई. कांग्रेस भी इसे पचा नहीं पाई. इसलिए उसने इस सम्मेलन से दूरी बनाकर अपनी हताशा प्रकट की.
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित न किये जाने पर कहा कि जब देश की सबसे बड़ी और सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा सहित किसी दल के अध्यक्ष को आमंत्रण नहीं था, तब कांग्रेस क्यों मुंह फुलाये बैठी रही? कांग्रेस भाजपा विरोध में भारत-विरोधी हो गई है. इसलिए पूर्व अध्यक्ष ने विदेश जाकर आयोजन की आलोचना की. उनके अधिकतर सीएम ने जी-20 का बहिष्कार किया. वे आमंत्रण के बाद भी रात्रिभोज में शामिल नहीं हुए ताकि सोनिया गांधी नाराज न हो जाएं. भारत मंडपम् में प्राचीन नालंदा विवि की प्रतिकृति और मधुबनी पेंटिंग को स्थान देकर बिहार की ब्रांडिग करने के लिए केंद्र के प्रति आभार प्रकट किया.
धोबी समाज का विकास मुख्यमंत्री की देन रजक
अखिल भारतीय धोबी महासमाज के प्रदेश अध्यक्ष और जदयू राज्य सचिव रामेश्वर रजक ने कहा है कि सीएम नीतीश कुमार के शासनकाल में धोबी जाति को मुख्यधारा से जोड़ा गया. इस जाति का विकास मुख्यमंत्री की देन है.
आंबेडकर भवन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में अपने अध्यक्षीय भाषण में श्री रजक ने ये बातें कही. उन्होंने आगे कहा कि 26 नवंबर को पटना में धोबी स्वाभिमान सम्मेलन किया जाएगा, जिसमें सभी राज्यों के प्रतिनिधि भाग लेंगे. सम्मेलन में डॉ. अनुराग, दशरथ रजक, जयनाथ रजक, भरत रजक, सितार बैठा आदि थे.