बिहार

कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों की सूची से अपने पुराने वोटरों को फिर से जोड़ने के दिए संकेत

Ashwandewangan
26 May 2023 2:19 PM GMT
कांग्रेस ने जिलाध्यक्षों की सूची से अपने पुराने वोटरों को फिर से जोड़ने के दिए संकेत
x

पटना। बिहार कांग्रेस कमिटी की ओर से बिहार के 39 जिला अध्यक्षों की सूची जारी होने का बाद भले ही पार्टी के अंदर असंतोष के कुछ स्वर सुनाई दे रहे हों, लेकिन लोग इसे कांग्रेस के पुराने वोटरों को जोड़ने के संकेत भी मान रहे हैं। दरअसल, कमिटी द्वारा जारी प्रदेश के 39 जिला अध्यक्षों की सूची मे 26 जिला अध्यक्ष सवर्ण वर्ग से हैं। इसमें सबसे अधिक भूमिहार जाति के 11, ब्राह्मण से 8, राजपूत से 6 और कायस्थ समाज से एक को जिला का दायित्व सौंपा गया है। कई जिला में पुराने अध्यक्षों को ही बरकरार रखा गया है जबकि कई को दायित्वमुक्त कर दिया गया है।

बिहार युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार कहते हैं कि कांग्रेस का वोट बैंक शुरू से सवर्ण वर्ग के लोग रहे हैं। इन वोटबैंक के भाजपा की ओर चले जाने के कारण ही कांग्रेस आज सत्ता से बाहर हो गई जबकि भाजपा सत्ता पर कब्जा जमा लिया। उन्होंने कहा कि इसमें भी कोई शक नहीं कि बिहार की राजनीति में जातीय समीकरण काफी महत्वपूर्ण है।

कांग्रेस नेता ललन कुमार की बातों पर अगर यकीन करें तो माना जा सकता है कि कांग्रेस कमिटी के जिला अध्यक्षों की सूची के जरिए न केवल भाजपा के वोटबैंक में सेंध मारने की कोशिश की है बल्कि अपने पुराने वोटरों को जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है। इधर, प्रदेश कांग्रेस महिला कमिटी की पूर्व अध्यक्ष अमिता भूषण से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि अगर कोई असंतोष भी है तो पार्टी फोरम में उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीधे मीडिया में बोला जाना कही से उचित नहीं।

Ashwandewangan

Ashwandewangan

प्रकाश सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, प्रकाश जनता से रिश्ता वेब साइट में बतौर content writer काम कर रहे हैं। उन्होंने श्री राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी लखनऊ से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। प्रकाश खेल के अलावा राजनीति और मनोरंजन की खबर लिखते हैं।

    Next Story