फ्लू के मरीजों में डायरिया और उल्टी की भी मिल रही शिकायत
दरभंगा न्यूज़: इन्फ्लूएंजा की चपेट में आकर इलाज के लिए रोज काफी संख्या में मरीजों का डीएमसीएच आना जारी है. तेज बुखार और खांसी के अलावा पेट से संबंधित समस्याओं ने कई मरीजों की परेशानी बढ़ा दी है. वायरस के बदलते स्वरूप को लेकर मरीजों के इलाज में चिकित्सकों को भी काफी सावधानी बरतनी पड़ रही है. हालांकि राहत की बात यह है कि अधिकतर मरीज तीन से पांच दिनों में स्वस्थ हो जा रहे हैं.
सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस के अनुरूप डीएमसीएच के ओपीडी में फ्लू के मरीजों को अन्य मरीजों से अलग रखा जा रहा है. वहीं मेडिसिन विभाग में फ्लू के मरीजों के लिए साड़ी वार्ड में व्यवस्था की गई है. वहां एक दर्जन से अधिक मरीज इलाजरत हैं. इधर ओपीडी स्थित फ्लू कॉर्नर में शाम तक इलाज के लिए 15 मरीज पहुंचे. इनमें से 10 मरीज खांसी-सर्दी और तेज बुखार से पीड़ित थे. वहीं पांच मरीजों ने बताया कि खांसी के अलावा उन्हें डायरिया की भी शिकायत है. इसके अलावा पेट दर्द से भी से बेचैन हैं. उनके पाचन तंत्र में भी गड़बड़ी हो गई है. मकसूदन यादव, उर्मिला देवी, ललिता देवी, सनी कुमार आदि मरीजों ने बताया कि पूर्व में खांसी और बुखार होने पर चंद दवा खाकर वे स्वस्थ हो जाते थे. इस बार बुखार और खांसी के साथ-साथ पेट से संबंधित समस्यों से वे परेशान हैं. मो. जोबैर ने बताया कि बुखार के अलावा उन्हें उल्टी भी हो रही है. इस वजह से
वे चिकित्सक की सलाह लेने यहां पहुंचे हैं. जाने-माने फिजिशियन और डीएमसीएच के मेडिसिन विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. आरके दास ने फ्लू से पीड़ित कई मरीजों को पेट से संबंधित परेशानी आने की पुष्टि की.
उन्होंने बताया कि फ्लू से ग्रसित 20-25 प्रतिशत मरीज डायरिया और उल्टी की शिकायत लेकर इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. लक्षण के आधार पर मरीजों का इलाज किया जा रहा है. तीन से पांच दिनों में मरीज स्वस्थ हो जा रहे है. डॉ. दास ने हाल में हुई बारिश के बाद फ्लू के मरीजों की संख्या में इजाफा होने की आशंका जताई.