बिहार

आजादी के अमृत महोत्सव में दिख रही बिहार और त्रिपुरा की साझी लोक संस्कृति

Admin2
25 May 2022 4:55 AM GMT
आजादी के अमृत महोत्सव में दिख रही बिहार और त्रिपुरा की साझी लोक संस्कृति
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बिहार और त्रिपुरा की कला और संस्कृति में साझेदारी बढ़ाने का प्रयास

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर बिहार और त्रिपुरा की कला और संस्कृति में साझेदारी बढ़ाने का प्रयास पटना में देखने को मिला। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के तहत पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता के बैनर तले राज्य सरकार के सौजन्य से आयोजित 'एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम में देश की सांस्कृतिक एकता देखने को मिली।नृत्य कला मंदिर के बाह्य परिसर में 23 मई से 29 मई के बीच राज्य के लोक कला कार्यशाला और सांस्कृतिक कार्यक्रम और युवा आवास में लोक चित्रकला कार्यशाला आयोजित होगा। सोमवार को नृत्य कला मंदिर में कार्यक्रम का उद्घाटन कला संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री डॉ. आलोक रंजन झा और युवा आवास में आयोजित लोक चित्रकला कार्यशाला का उद्घाटन वरिष्ठ चित्रकार आनंदी प्रसाद बादल ने किया।

कला संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव वंदना प्रेयसी ने कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से त्रिपुरा के खान-पान, रहन-सहन एवं संस्कृति को देखने को मिला है।
विभाग की निदेशक डॉ. करुणा ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत के माध्यम से त्रिपुरा की सांस्कृति को बिहार के बच्चे व त्रिपुरा के बच्चे बिहार के सांस्कृति को समझने का मौका मिला। कार्यक्रम में टिकुली कला के अशोक कुमार विश्वास, मधुबनी चित्रकला के राजकुमार लाल, विभा लाल, राजेश कुमार, भारतेन्दू चौहान, मंजूषा चित्रकला के मनोज पंडित, सिक्की शिल्प के नाजदा खातून, समकालीन कला के रंजीत कुमार, स्वामी हरिदास के कृष्णा प्रसाद, प्रांगण के सामचक्रवति, हरिकृष्ण सिंह मुन्ना, देवपूजन कुमार, दीपक कुमार सिन्हा सहित कई लोग मौजूद रहे।
कार्यक्रम का संचालन भारतेन्दू चौहान ने किया।
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