रोहतास न्यूज़: अंचलाधिकारियों, राजस्व अधिकारी व राजस्व कर्मचारियों की सुबह नौ बजे से कलेक्ट्रेट में अंचल से लेकर हल्कावार समीक्षा की जाएगी. समीक्षा के दौरान जिस अंचल के काम अच्छे होंगे, उन्हें सम्मानित की श्रेणी में रखा जाएगा. जिनके कार्य में सुधार नहीं हुए होंगे, उन पर कार्रवाई हो सकती है. ऐसा नहीं कि अंचलाधिकारी व राजस्व अधिकारी ही गाज गिरेगी. किस अधिकारी व कर्मियों के पास कितने राजस्व संबंधित कितने मामले लंबित हैं, क्यों लंबित हैं, रविवारीय बैठक में जवाब देना होगा. राजस्व संबंधित मामलों में जिला लगातार पिछड़ रहा है. हालांकि डीएम द्वारा की गई कार्रवाई के बाद सभी अंचलाधिकारियों द्वारा अपने कर्मियों के साथ लगातार लंबित मामलों का निष्पादन जीरो टॉलरेंस पर लाने की कोशिशें की जा रही है. इस मामले में बिहार में नंबर वन बनाना चाहते हैं. लेकिन राजस्व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण निर्धारित समय-सीमा के अंदर मामले नहीं निष्पादित हो रहे हैं. राजपुर अंचल को छोड़कर शेष सभी अंचलों में छह माह से लेकर एक साल तक के दाखिल खारिज से संबंधित 11 हजार से अधिक मामले लंबित हैं. इसके अलावे राजस्व संबंधित अन्य मामले भी लंबित पड़े हैं. यदि राजस्व कर्मचारियों द्वारा निर्धारित समय-सीमा के अंदर उक्त कार्यों को निष्पादन किया जाता तो, इतनी लंबी लिस्ट नहीं होती. 12 अप्रैल को डीएम की अध्यक्षता में राजस्व संबंधित बैठक में अंचलाधिकारियों से लेकर राजस्व अधिकारी एवं राजस्व कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगी थी. लापरवाही बतरने वाले 12 अंचलाधिकारी, 16 राजस्व अधिकारी एवं 132 राजस्व कर्मियों का वेतन बंद करते हुए स्पष्टीकरण पूछा गया है.
उन्हें कार्य में सुधार करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया था. पुन अंचल के साथ हल्कावार समीक्षा की जाएगी.