बिहार

पितृपक्ष मेले का सीएम नीतीश ने किया उद्घाटन, बिहार के पहले रबर डैम का नाम गया जी डैम रखा गया

Renuka Sahu
9 Sep 2022 12:50 AM GMT
CM Nitish inaugurated the Pitrupaksha fair, Bihar
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न्यूज़ क्रेडिट : hindi.latestly.com

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को गया में फल्गु नदी में निर्मित गया जी डैम का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया तथा सीताकुंड जाने हेतु पुल का शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को गया में फल्गु नदी में निर्मित गया जी डैम का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन किया तथा सीताकुंड जाने हेतु पुल का शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री देवघाट गए और वहां मंत्रोच्चार के बीच घाट पर पूजा-अर्चना की. मुख्यमंत्री ने देवघाट में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि फल्गु नदी में निर्मित गया जी डैम के उद्घाटन में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के कई हिस्सों एवं विदेशों से लाखों की संख्या में तीर्थयात्री पिंडदान के लिए आते हैं, गया का अपना विशेष स्थान है। गया मोक्ष की भूमि है। यहां हर वर्ष पितृपक्ष मेले का आयोजन होता है उन्होंने कहा कि पितृपक्ष मेले के दौरान 15 दिन में 6 से 8 लाख लोग यहां आते हैं. यह भी पढ़े: 'थारा फूफा अभी जिंदा है....'102 साल के बुजुर्ग ने खुद को जिंदा साबित करने के लिए निकाली अपनी बारात

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बाहर से आने वाले लोगों को यहां सुविधा मिलेगी तो वे यहां की प्रशंसा बाहर भी करेंगे. पिछले दो साल से कोरोना का दौर चल रहा था जिसके कारण पितृपक्ष मेले का आयोजन नहीं हो पा रहा था. फल्गु नदी में पानी खत्म हो जाने के कारण तीर्थयात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसके लिए देश के सबसे बड़े रबर डैम का निर्माण यहां कराया गया है इसका नामकरण गया जी डैम किया गया है। अब फल्गु में कभी भी पानी खत्म नहीं होगा.
उन्होंने कहा कि कल से पितृपक्ष मेला शुरू हो जाएगा। आने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए उचित व्यवस्था की गई है, फल्गु नदी में केवल रबर डैम नहीं बल्कि श्रद्धालुओं को सीताकुंड जाने के लिए फुट ओवरब्रिज का निर्माण भी कराया गया है. रबर डैम के निर्माण में 324 करोड़ रुपये की लागत आई है
कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, जल संसाधन सह सूचना एवं जन संपर्क मंत्री संजय कुमार झा एवं जल संसाधन विभाग के सचिव संजय अग्रवाल ने भी संबोधित किया.
कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने सीता कुंड जाने के लिए निर्मित पुल से पैदल यात्रा करते हुए सीताकुंड पहुंचकर माता सीता की पूचा-अर्चना कर राज्य की सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना की. इसके बाद स्टीमर के माध्यम से मुख्यमंत्री गया जी डैम को पार कर वापस देवघाट लौटे.
इसके बाद मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर में पूजा-अर्चना कर राज्य की सुख शांति एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर परिसर में पितृपक्ष मेला महासंगम 2022 का दीप प्रज्‍जवलित कर शुभारंभ किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तर्पण पुस्तिका का भी विमोचन किया. कार्यक्रम के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीता कुंड जाने के लिए जो पुल बना है, उसका नाम मां सीता पुल और पहुंच पथ का नाम मां सीतापथ रखा गया है
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